Congress Leader Imran Masood: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्र सरकार पर एक गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि सरकार वक्फ बोर्ड को खत्म करने और कब्रिस्तानों, मस्जिदों और ईदगाहों को अपने नियंत्रण में लेने की योजना बनाई है. कांग्रेस के ‘‘संविधान बचाओ संकल्प’’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मसूद ने ये आरोप लगाए हैं. इसके अलावा उन्होंने सरकार की कथित योजना पर चिंता जताई और कहा कि कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से सांसद मसूद ने गुरुवार को सम्मेलन में दावा किया कि वक्फ बोर्ड को खत्म करने का सरकार का कथित कदम उसके इस्तेमाल के लिए निर्धारित भूमि को जब्त करने का सीधा प्रयास है. उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस इन इरादों के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी.
बहराइच हिंसा पर भी बोले इमरान मसूद
कार्यक्रम के दौरान यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी मौजूद रहें. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक अखंडता की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. इमरान मसूद ने बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए सवाल किया कि महाराजगंज की घटना के पीड़ितों को न्याय कब मिलेगा जहां घरों और दुकानों को नष्ट कर दिया गया और लोगों पर हमला किया गया. उन्होंने पूछा, “हिंसा और तोड़फोड़ के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अधिकारी कब कार्रवाई करेंगे?”
“इस देश में रूस-चीन जैसी तानाशाह सरकार”
मुरादाबाद में संविधान बचाओ सम्मेलन में बोलते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि आज ये जरूरत महसूस हो रही है कि संविधान का बचना आपके और हमारे लिए बहुत जरूरी है. वरना अगले 20 साल में संविधान ख़त्म हो जायेगा और इस देश में रूस और चीन जैसी तानाशाही सरकार बन जाएगी. इमरान ने कहा कि अभी ये हम पर हमला कर रहे हैं कल आप पर करेंगे और बचेगा कोई नहीं.
20 सालों में खत्म हो जाएगा लोकतंत्र- इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर आज नहीं समझोगे तो हम अपनी आने वाली नस्लों को गुलाम बनाने की तरफ लेकर जा रहे हो, अगर आज नहीं समझोगे तो आज से 20 साल के अंदर यह लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी कि तारीफ करते हुए कहा कि राहुल गांधी सड़क से लेकर संसद तक संविधान की रक्षा के लिए लोगों को जोड़ने और एकजुट करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने हम लोगों को अधिकार दिया है कि हम इस देश के अंदर किस तरीके से आजादी की सांस लेकर अपने धर्म का पालन करते हुए रहें.