Lok Sabha Election 2024: हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. सत्तारूढ़ बीजेपी को ‘अहंकारी’ और विपक्षी इंडिया ब्लॉक को ‘राम विरोधी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि राम सबके साथ न्याय करते हैं. उनके इस बयान के बाद से अब सियासी भूचाल शुरू हो गया है. बीजेपी नेता नितिन नबीन ने पलटवार करते हुए कहा कि हमने राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ा था. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि हमारी पार्टी अहंकारी नहीं.
आरएएस नेता इंद्रेश कुमार के इस बयान पर मची सियासी घमासान में अब जेडीयू भी कूद गई है. पार्टी के एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं. इनके ऊपर आतंकवाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे. जब बीजेपी की सरकार आई तो इनको मुक्ति मिली. इन लोगों को ये सब बयान नहीं देने चाहिए. बीजेपी का अगर बुरा हाल हुआ है तो इस पर बीजेपी मंथन करेगी. इसमें आरएसएस को नहीं पड़ना चाहिए.
“राम का विरोध करने वाले सत्ता में नहीं आए”
राजस्थान में एक समारोह को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार कहा कि लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए. जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अंहकार आ गया. उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी बना दिया. लेकिन जो उसको पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी. आरएसएस नेता ने अपने बयान में आगे कहा कि जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी. उनमें से किसी को भी शक्ति नहीं दी. सब मिलकर भी नंबर-1 नहीं बने. नंबर-2 पर खड़े रह गए. इसलिए प्रभु का न्याय विचित्र नहीं है. सत्य है. बड़ा आनंददायक है.
बीजेपी नेता नितिन नबीन का पलटवार
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बीजेपी और इंडिया ब्लॉक पर तंज कसे जाने के बाद सियासत गरमा गई है. बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नितिन नबीन का बयान आया है. नितिन नबीन ने कहा, बीजेपी ने कभी भी राम के नाम को राजनीति से नहीं जोड़ा है. देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए राम जी को स्थापित किए जाने का काम किया है. उनका (इंद्रेश कुमार) संदर्भ क्या है, हम उस पर ज्यादा तो टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन हम लोगों ने सांस्कृतिक विरासत को स्थापित किया है.
जेडीयू ने कहा- उनके उपर आतंकवाद का आरोप
इससे पहले बिहार में एनडीए की सहयोगी JDU ने भी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू नेता खालिद अनवर ने कहा, RSS को ये सब बयान नहीं देना चाहिए. इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं. इनके ऊपर आतंकवाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे. जब बीजेपी की सरकार आई तो इनको मुक्ति मिली. इन लोगों को ये सब बयान नहीं देना चाहिए. बीजेपी का अगर बुरा हाल हुआ है तो इस पर बीजेपी मंथन करेगी. आरएसएस को नहीं पड़ना चाहिए.