Indian Coast Guard: भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) एएलएच एमके-III हेलीकॉप्टर जिसका फ्रेम नंबर सीजी 863 है, जो 02 सितंबर 24 को करीब रात 11:15 बजे एक हादसे का शिकार को होकर समुंद्र में गिर गया था. इस दुर्घटनाग्रस्त आईसीजी हेलीकॉप्टर में 02 पायलट और 02 एयर क्रू सवार थे, जो कि मोटर टैंकर हरि लीला से गंभीर रूप से घायल चालक दल के सदस्य को निकालने के लिए मेडेवैक मिशन पर थे.
दुर्घटना के बाद, भारतीय तट रक्षक ने बड़े पैमाने पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. ऑपरेशन के दौरान एक दल को समुद्र से बचाया गया. इसके अलावा, कमांडेंट (JG) विपिन बाबू और करण सिंह, प्रधान नाविक के शव को 03 सितंबर 24 को समुद्र से बरामद किए गए.
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लापता पायलट के लिए चलाया गया विशेष अभियान
भारतीय नौसेना और अन्य हितधारकों के साथ आईसीजी ने शेष चालक दल, कमांडेंट राकेश कुमार राणा, जो मिशन के पायलट इन कमांड थे, का पता लगाने के लिए निरंतर खोज प्रयास जारी रखे. क्षेत्र में आईसीजी और आईएन जहाजों द्वारा निरंतर खोज प्रयासों के हिस्से के रूप में, लापता पायलट का पता लगाने के लिए कई जहाजों को शामिल करते हुए 70 से अधिक हवाई उड़ानें और 82 जहाज दिनों का काम सौंपा गया था.
10 अक्टूबर शव बरामद
आईसीजी ने बताया कि अत्यंत खेद के साथ सूचित किया जाता है कि बहादुर आत्मा के नश्वर अवशेष लगभग 10 अक्टूबर 24 को पोरबंदर से 55 किलोमीटर दक्षिण समुद्र से बरामद कर लिए गए हैं. सेवा परंपराओं और सम्मान के अनुसार पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा. भारतीय तट रक्षक के रैंक और फ़ाइल की ओर से तीन बहादुर आत्माओं को हार्दिक सलाम. जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी.