Delhi Pollution: आज छठ पूजा का तीसरा दिन है. छठ व्रत करने वाली महिलाएं आज डूबता सूर्य को अर्घ्य देंगी. इसके बाद वर्ती महिलाएं कल सुबह सुबह उगते सूर्य को भी अर्घ्य देंगी. जिसके बाद उनके 36 घंटे का व्रत समाप्त होगा. ऐसे में महिलाओं के स्वस्थ पर ध्यान देना बेहद जरुरी है. राजधानी दिल्ली में में प्रदूषण का स्तर हर दिन बढ़ता जा रहा है. दिल्ली की हवा हर बीतते दिन के साथ जहरीली हो रही है. जिमें सांस लेना सेफ नहीं है. इधर छठ की हुई व्रतियों के लिए यमुना का पानी भी जहरीला बना हुआ है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में गुरुवार सुबह AQI ‘गंभीर’ दर्ज की गई है. शहर में AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दिखा. वहीं, यमुना की सतह पर जहरीले झाग की मोटी परत भी देखने को मिल रही है. ऐसे में छठ व्रत की महिलाओं के लिए दिल्ली की हवाएं सेफ नहीं हैं. दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास नदी में झाग तैरता दिखा.
#WATCH | Delhi: Thick toxic foam seen floating on the Yamuna River in Kalindi Kunj, as pollution level in the river remains high. Visuals also show a layer of smog in the area as air quality remains in ‘very poor’ category as per Central Pollution Control Board.
(Drone visuals… pic.twitter.com/Rqem5WG8Ys
— ANI (@ANI) November 7, 2024
दिल्ली में दोहरे प्रदूषण पर सियासत तेज है. पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने दावा किया कि झाग, आगरा नहर से गाद के निकलने का नतीजा है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.
इधर, दिल्ली सरकार ने बुधवार को नोटिफिकेशन जारी कर छठ पूजा के मौके पर 7 नवंबर को अवकाश घोषित किया. इस साल छठ पूजा गुरुवार को हो रही है. इस त्योहार को मुख्य रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से आए प्रवासी मनाते हैं. छठ पूजा करने वाले भक्त नदी की सतह पर जहरीले झाग की मोटी परत के बावजूद यमुना में डुबकी लगाते हैं और सूर्य की दिशा में मुंह करके अर्घ्य देते हैं. लेकिन प्रदूषण की वजह से यमुना के पानी में डुबकी लगाना खतरे से खली नहीं है.
सरकार की तैयारियां
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए आर्टिफिशियल घाट का निर्माण करवाया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को छठ को लेकर सरकार की ओर से किए गए इंतजाम की जानकारी दी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘दिल्ली सरकार छठ महापर्व के लिए पूरी दिल्ली में 1000 छठ घाटों का निर्माण कर रही है, जिससे किसी को भी पूजा के लिए अपने घर से 1-2 किमी से ज्यादा दूर न जाना पड़े.’
आप सभी को छठ महापर्व की शुभकामनाएँ। देशभर में ‘नहाय खाए’ के साथ आज से इस महापर्व की शुरुआत हो रही है।
एक समय था जब दिल्ली से हमारे पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ के लिए दूर अपने गाँव जाना पड़ता था। लेकिन @ArvindKejriwal जी के मार्गदर्शन में पिछले 10 सालों से दिल्ली में इस महापर्व… https://t.co/Co88zTFpLk
— Atishi (@AtishiAAP) November 5, 2024
सीएम ने बताया, ‘2014 में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने से पहले पूरी दिल्ली में सिर्फ 60 छठ घाट थे. लेकिन आज 10 साल के बाद 1000 छठ घाट दिल्ली सरकार द्वारा बनाए जा रहे हैं.’ 4 नवंबर को छठ का निरीक्षण करने भी सीएम पहुंचीं थीं.
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इधर, दिल्ली नगर निगम (MCD) ने राष्ट्रीय राजधानी में अपने 250 वार्डों में छठ घाटों पर स्ट्रीट लाइटिंग बढ़ाने के लिए 1 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई. सभी वार्ड को छठ पूजा घाटों के आसपास स्ट्रीट लाइटिंग को मजबूत करने के लिए 40 हजार रुपये का फंड दिया गया है.
लाइटिंग की व्यवस्था में सुधार के अलावा, एमसीडी छठ घाटों पर स्वच्छता और सफाई भी सुनिश्चित कर रही है. घाटों पर आने वाले लोगों को राहत देने के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है.
दिल्ली HC का फैसला
यमुना में छठ पूजा करने को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने कहा कि नदी में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है और इससे श्रद्धालुओं को नुकसान होगा. HC ने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं के लिए पहले से ही पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं. मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की बेंच ने पूर्वांचल नव निर्माण संस्थान द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया.