ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ED) दिल्ली की मंत्री आतिशी के आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रही है. दरअसल, आतिशी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी ने आप पदाधिकारियों के खिलाफ जांच की जा रही शराब घोटाले सहित कुछ मामलों में गवाहों के बयानों की ऑडियो रिकॉर्डिंग हटा दी. आरोपों पर संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय अब आधारहीन आरोप लगाने और जांच एजेंसी को बदनाम करने के लिए आप नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रही है.
आतिशी के आरोप के बीच ED का एक्शन
खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद एन डी गुप्ता, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार और दिल्ली के पूर्व जलसे से जुड़े लगभग एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की.
बता दें कि मंगलवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी ने ईडी पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर आम आदमी पार्टी को दबाने की कोशिश में डराने-धमकाने की रणनीति और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. आतिशी ने कई छापों के बावजूद काले धन को बरामद करने में विफलता, दो साल की जांच के बाद भी पर्याप्त सबूतों की अनुपस्थिति के लिए एजेंसी की आलोचना की.
ईडी ने बताया सच
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि सभी आरोपियों के बयान सीसीटीवी निगरानी के तहत दर्ज किए गए थे और आरोपी व्यक्तियों को उनकी मांग के अनुसार उनके मांगने पर उसके टेप उपलब्ध भी करवाए गए थे. इतना ही नहीं ट्रायल कोर्ट को भी वह वीडियो प्रदान किए गए. एजेंसी ने बतया कि हालांकि सीसीटीवी फुटेज को केवल वीडियो प्रारूप में रिकॉर्ड किया गया था, क्योंकि तत्कालीन उपलब्ध सीसीटीवी सिस्टम में ऑडियो रिकॉर्ड करने की सुविधा नहीं थी. ईडी अधिकारियों द्वारा कभी भी कोई ऑडियो रिकॉर्डिंग नहीं हटाई गई है. ईडी के पहले के सीसीटीवी सिस्टम में ऑडियो सुविधा उपलब्ध नहीं थी. ईडी न्यायिक कार्यवाही में पेशेवर तरीके से सैकड़ों बयान दर्ज करता है.