Delhi Excise Policy Case: भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) लगातार तेजी से कार्रवाई कर रही है. इस कड़ी में ईडी ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कवीता को गिरफ्तार किया है. बता दें कि दिल्ली शराब नीति मामले में कविता को गिरफ्तार किया गया है.
#WATCH | BRS MLC K Kavitha comes out of her residence in Hyderabad, Telangana.
She has been arrested by the Enforcement Directorate (ED) and is being brought to Delhi where she will be further questioned in connection with the Delhi excise policy-linked money laundering case. pic.twitter.com/fQexLiLzUx
— ANI (@ANI) March 15, 2024
जानकारी के मुताबिक, ईडी ने शुक्रवार को दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत राष्ट्र समिति की एमएलसी के. कविता के हैदराबाद स्थित घर पर तलाशी ली. जिसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं.
#WATCH | Hyderabad, Telangana: ED conducts raid at the BRS MLC K Kavitha’s residence. pic.twitter.com/sGuUu8oriT
— ANI (@ANI) March 15, 2024
दिल्ली सरकार की शराब नीति 2021-22 कई कारणों से विवादों में रही थी. इस नीति के तहत 100 फीसदी दुकानों को निजी हाथों में दिया गया था. केजरीवाल सरकार पर आरोप लगा था कि नीति को गलत तरीके से तैयार किया गया और कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद दिल्ली सरकार ने इसे रद्द कर दिया था.
साउथ ग्रुप से जुड़ी थीं कविता
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली शराब नीति मामले के आरोपियों में से एक अमित अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान के कविता का नाम लिया था. वहीं, ईडी ने दावा किया है कि कविता शराब कारोबारियों की लॉबी ‘साउथ ग्रुप’ से जुड़ी हुई थीं, जो दिल्ली शराब नीति 2021-22 में एक बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश कर रही थी.
केजरीवाल भी रडार पर
दिल्ली शराब नीति मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल भी ईडी के रडार पर है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने केजरीवाल को 2 नवंबर, 21 दिसंबर, 3 जनवरी, 17 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 22 फरवरी और 27 फरवरी को समन भेजे थे. मगर वो एक बार भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए. केजरीवाल ने ईडी के समन को गैरकानूनी बताया है. वहीं, ईडी दिल्ली शराब नीति के निर्माण, इसे अंतिम रूप देने से पहले हुई बैठकों व रिश्वतखोरी के आरोपों पर सीएम केजरीवाल का बयान दर्ज करना चाहती है.