Farmer Protest: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों का आंदोलन अब तेज होते जा रहा है. किसानों ने गुरुवार को संसद मार्च का ऐलान किया है. किसानों अपनी मांगों को लेकर संसद का घेराव करने की बात कह रहे हैं. किसानों के विरोध मार्च के मद्देनजर दिल्ली-नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस दौरान ड्रोन से निगरानी की जा रही है. जबकि पहले ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई है.
किसान आंदोलन पर अपर पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) शिवहरि मीणा ने कहा, ‘धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. सभी सीमाओं पर भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है. लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्था की गई है. हम किसानों से बातचीत कर रहे हैं. सभी वाहनों की भी जांच की जा रही है.’
इन रूटों पर ट्रैफिक डायवर्जन
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने दादरी, तिलपता, सूरजपुर, सिरसा, रामपुर-फतेहपुर और ग्रेटर नोएडा में ट्रैफिक डायवर्जन का फैसला किया है. इसके अलावा दिल्ली में भी कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है. मंगलवार को ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई थी.
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गौरतलब है कि इस किसान आंदोलन करीब 105 गांवों के लोग हिस्सा ले रहे हैं. किसानों की मांग है कि हमें हमारी ली गई जमीन के बदले में 10% प्लॉट, आबादी का पूर्ण निस्तारण, बढ़ा हुआ मुआवजा और स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाए.
किसानों के इस आंदोलन को कई किसान संगठन और विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया है. इस प्रदर्शन को तेज करने के लिए किसानों ने गांव-गांव का दौरा किया है. इसमें एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव के किसान और नोएडा प्राधिकरण से प्रभावित हो रहे 81 गांवों के किसान प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. बता दें कि पहले भी किसान अपनी मांगों को लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा का धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.