Farmer Protest: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर फ्लाईओवर के सेफ्टी बैरियर को तोड़ा आगे निकलने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. हालांकि इन सबके बीच किसान आंदोलन से संयुक्त किसान मोर्चा बिल्कुल अलग दिखाई पड़ रहा है. इसपर किसान नेता राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया आई है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘सब अलग-अलग हो जाते हैं किसी वजह से हो जाते हैं. इस आंदोलन में हम साथ नहीं हैं. लेकिन दूसरे लोग हैं उसमें वो भी किसान हैं और सबकी समस्या एक ही है. देश में बहुत आंदोलन चल रहे हैं और देश में पांच सौ से ज्यादा संगठन हैं. कोई कभी कॉल ले सकता है तो कोई कभी कॉल ले सकता है.’
बेंगलुरू: इस बार किसान आंदोलन से अलग क्यों है ‘संयुक्त किसान मोर्चा’? किसानों के पुराने बड़े चेहरे इस आंदोलन से क्यों हैं दूर? देखिए, क्या कह रहे हैं किसान नेता राकेश टिकैत.#RakeshTikait #FarmersProtest2024 #ShambhuBorder #Vistaarnews @BKU_KisanUnion pic.twitter.com/ucZTwB3HEz
— Vistaar News (@VistaarNews) February 13, 2024
राकेश टिकैत ने आगे कहा, ‘जब देश का विपक्ष कमजोर होता है तो देश में तानाशाहों का जन्म होता है. सब राजनीतिक पार्टीयां एक हैं. सत्ता वाले भी और विपक्ष वाले भी. ये अपनी सरकार बचाएं. जब देश का राजा ही ये कह रहा है कि हम 400 सीट जीतेंगे तो फिर देश में चुनाव की जरूरत कहां रह गई? आप इसी चुनाव का नवीकरण कर लीजिए. आप क्यों देश को पागल बना रहे हैं.’
देश पर राजनीतिक पार्टियों का कब्जा
उन्होंने कहा, ‘देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं. उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और इस देश पर कब्जा कर लिया है. ऐसे में दिक्कते आएंगी ही. अगर उनके (किसान) साथ कोई अन्याय हुआ. सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तो ना वो किसान हमसे ज्यादा दूर हैं और ना दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है.’
किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “लगभग 10,000 लोग यहां शंभू सीमा पर पहुंचे हुए हैं. किसान यहां शांतिपूर्ण स्थिति बनाए हुए हैं. ड्रोन के जरिए हमारे खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. (विरोध) तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती.”