Black Mamba 735: किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है…इस बीच इस आंदोलन में ‘ब्लैक माम्बा 735’ की भी खूब चर्चा हो रही है. लेकिन ये ब्लैक माम्बा कोई सांप नहीं बल्कि एक ट्रैक्टर है. इस ट्रैक्टर के मालिक का नाम बब्बर है, जिन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान इस ट्रैक्टर की खासियत के बारे में बताया और यह भी बताया कि ड्रोन के हमले के बाद ब्लैक माम्बा किसानों को कैसे बचाता है.
बब्बर ने ‘ब्लैक माम्बा 735’ के बारे में बात करते हुए कहा कि ये ट्रैक्टर स्वराज का है. इनमें से अधिकांश ट्रैक्टरों के केवल दो ही रंग होते हैं… या तो नीला या लाल, लेकिन मुझे लगा कि मेरा ट्रैक्टर अलग होना चाहिए. यह विचार मेरे मन में तब आया जब मैं डिस्कवरी चैनल देख रहा था. फिर मैंने साउथ अफ्रीका का ब्लैक माम्बा सांप देखा जो बाहर से ग्रे और अंदर से काला होता है.जैसे ही मैंने इसे देखा तो सोचा कि मेरा ट्रैक्टर भी इसी डिजाइन का होना चाहिए. जब भी कोई मेरा ट्रैक्टर देखता है तो समझ जाता है कि यह बब्बर का ट्रैक्टर है.
‘ब्लैक माम्बा’ खुद को हमले से कैसे बचाता है?
बब्बर ने बताया कि मैंने इस ट्रैक्टर को पूरी तरह से अपडेट कर दिया है. इतना ही नहीं मनोरंजन के लिए इसमें म्यूजिक सिस्टम भी लगाया गया है. ब्लैंक माम्बा ट्रैक्टर को फील्ड वर्क के लिए डिजाइन किया गया है, हालांकि इस ट्रैक्टर को किसान आंदोलन में लाने को लेकर बब्बर ने कहा कि ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद यह ट्रैक्टर काफी कारगर साबित होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसके पीछे एक पंखा लगा है, जो हमले के 15 मिनट के अंदर सारा धुआं साफ कर देता है. इतना ही नहीं, यह इस धुएं को वापस उसी दिशा में फेंक देता है, जहां से यह आता है.
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ट्रैक्टर में एक लोहे की ढाल भी लगी होती है, जो हमें हमले से बचाती है. इतना ही नहीं, यह ढाल इतनी मजबूत है कि सामने से आने वाली गोली को भी रोक देगी. ब्लैक माम्बा के खर्च के बारे में बब्बर ने कहा कि इस ट्रैक्टर का खर्च बहुत कम है. अगर यह ट्रैक्टर तैयार हो जाता है तो कम से कम 2.5 से 3 लाख रुपये में बनकर तैयार हो जाएगा.