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पराली में मिर्च डालकर किसानों ने लगाई आग, सुरक्षाकर्मियों के लिए जी का जंजाल बना धुंआ, दो दिनों के लिए स्थगित हुआ ‘दिल्ली चलो मार्च’

Farmers Protest

प्रदर्शन करते किसानों की तस्वीर

Farmers Protest: शंभू और खनौरी बॉर्डर पर MSP की कानूनी गारंटी की मांग करते हुए किसान डटे हुए हैं. हरियाणा पुलिस ने बुधवार को प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद किसानों ने भी खेतों से पराली निकालकर उनमें मिर्च पाउडर डालकर खनौरी बॉर्डर के पास जला रहे हैं. ऐसे में हवा का बहाव हरियाणा की तरफ होने से ये धुंआ सुरक्षाकर्मियों के लिए जी का जंजाल बन चुका है.

इससे पहले जब पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे तो किसानों को खुद को बचाने के लिए मास्क और सुरक्षात्मक चश्मा पहने देखा गया. वहीं कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि बातचीत से समाधान निकाला जा सकता है. हम किसानों से बातचीत करके समस्या का समाधान चाहते हैं.

किसानों ने पराली में लाल मिर्च डालकर जलाई आग

बताया गया है कि प्रदर्शनकारियों ने करीब आधे घंटे की रणनीति के बाद खनौरी बॉर्डर से करीब 150 मीटर दूर मौजूद पराली के डंप से एक-एक करके पराली की गांठें अपने सिर पर उठाकर खेतों के रास्ते बॉर्डर के पास जमा कर दी और उसमें मिर्च डालकर आग लगा दी. बॉर्डर पर विजिबिलिटी शून्य हो गई है. मिर्च वाली धुंआ से आम लोगों को भी तकलीफ हो रही है.

12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल: हरियाणा पुलिस

हरियाणा पुलिस ने कहा, “दाता सिंह-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को चारों तरफ से घेर लिया और उसमें मिर्च पाउडर डालकर पराली जलाई, साथ में लाठी-डंडों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया और पथराव भी किया. करीब 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. हम प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील करते हैं.

इस घटना को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हम खनौरी में हुई घटना पर चर्चा करेंगे. दिल्ली की ओर हमारे मार्च को दो दिन के लिए रोका जाएगा. हम बाद में पूरी स्थिति स्पष्ट करेंगे कि हमारा आगे का आंदोलन क्या होगा. “

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