Farmer Protest: किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के मद्देनजर बॉर्डर से लगे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से अंबाला के पास शंभू सीमा की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का बयान आया है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “मैंने चंडीगढ़ दो बार जाकर किसान संगठनों के साथ बातचीत की. लेकिन कुछ चीजों में हमें परामर्श लेने की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका रास्ता क्या होगा. किसानों को समझने की जरूरत है कि भारत सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके साथ-साथ जनसामान्य को कोई कठिनाई ना हो.”
बैठक में एक समाधान खोजने की कोशिश की
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “मैंने चंडीगढ़ दो बार जाकर किसान संगठनों के साथ बातचीत की… लेकिन कुछ चीजों में हमें परामर्श लेने की जरूरत पड़ेगी… इसके लिए हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका रास्ता क्या होगा… किसानों को समझने की जरूरत है कि भारत सरकार… pic.twitter.com/0sctZdGDjK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
वहीं किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हमने कल की बैठक में एक समाधान खोजने की कोशिश की ताकि हम सरकार से टकराव से बचे और हमें कुछ मिले. हमने कल उनके सामने हरियाणा की स्थिति रखी. पंजाब और हरियाणा के लोगों पर अत्याचार हो रहा है. ऐसा लगता है कि ये दोनों राज्य अब भारत का हिस्सा नहीं हैं, इन्हें अंतर्राष्ट्रीय सीमा माना जा रहा है.”
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा, “मोदी सरकार की ओर से पूरा प्रयास किया जा रहा है कि वे (किसान) दिल्ली ना आएं. ये मोदी सरकार की मंशा को दर्शाता है कि किस गैरलोकतांत्रिक तरीके से किसानों को रोका जा रहा है. जब प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिया था तो उन्होंने किसान संगठनों से कुछ वादे किए थे जो पूरे नहीं हुए.”
जबकि दिल्ली ईस्टर्न रेंज के एडिशनल CP सागर सिंह कलसी ने कहा, “किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च को लेकर हमने बहुत कड़े इंतजाम किए हैं. हमारा लक्ष्य है कि किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से रोका जाए और ट्रैफिक को लेकर असुविधा ना हो. हमारी पूरी कोशिश है कि हम इस स्थिति से शांतिपूर्ण निपट लेंगे.”