West Bengal Lok Sabha Election 2024: तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. ममता बनर्जी राज्य में ‘एकला चलो’ की नीति के साथ चुनावी मैदान में उतर गई हैं. वहीं विपक्षी दलों के ‘INDI’ गठबंधन में शामिल कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत नहीं बनी. ऐसे में ममता बनर्जी की इस नीति ने राज्य में अपने अस्तिस्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. TMC ने अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की पारंपरिक सीट बहरामपुर से पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान(Yusuf Pathan) को चुनावी पिच पर उतार दिया है.
1999 से लगातार जीत रहे हैं अधीर रंजन
दरअसल, बहरामपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी(Adhir Ranjan Chowdhury) की परंपरागत सीट मानी जाती है. अधीर रंजन इस सीट से 1999 में पहली बार बतौर कांग्रेस प्रत्याशी सांसद चुने गए. इसके बाद से वह लगातार 5 बार इसी सीट से ही चुनाव जीतते आ रहे है. ऐसे में TMC ने युसूफ पठान उनके खिलाफ मैदान में उतार कर इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है. हालांकि, कांग्रेस ने इस सीट पर अभी अधीर रंजन चौधरी के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. अभी कांग्रेस ने सिर्फ 39 प्रत्याशियों की ही घोषणा की है. पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों की सीटों पर कांग्रेस की ओर से नामों का ऐलान करना बाकी है.
52 फीसदी मुस्लिम वोटर
भारत सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल के बहरामपुर लोकसभा सीट पर तकरीबन 52 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. वहीं इस सीट पर 13.2 फीसदी एससी और करीब 0.9 फीसदी एसटी वोटर हैं. मुस्लिम वोटर्स की संख्या के लिहाज से युसूफ पठान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के गढ़ में आसानी से सेंध लगा सकते हैं. बता दें कि BJP ने भी बहरामपुर सीट से डॉ. निर्मल कुमार साहा को चुनावी मैदान में उतार दिया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से डॉ. निर्मल कुमार साहा के मैदान में होने से इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है.