Odisha CM: ओडिशा की भारतीय जनता पार्टी मंगलवार को अपने नेता का चुनाव करने के लिए बैठक करने वाली है. इस बैठक के अगले दिन चुने हुए नेता को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी. पार्टी नेतृत्व इस महत्वपूर्ण BJP विधायक दल की बैठक के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है और वह ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंच चुके हैं. बता दें कि ओडिशा में 147 में से 78 सीटें जीतकर पहली बार अपने दम पर सत्ता में आने के एक सप्ताह बाद BJP अपने मुख्यमंत्री का चयन करेगी. मुख्यमंत्री की लिस्ट में कई नाम आगे चल रहे हैं.
शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचने से पहले PM मोदी करेंगे रोड शो
वहीं बुधवार को होने ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, BJP के शीर्ष नेता और BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित होगा. जानकारी के मुताबिक, शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी 1.5 किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे. इस रोड शो में वह राज्य में BJP को पहली बार पूर्ण बहुमत देने के लिए लोगों को धन्यवाद देंगे. बता दें कि BJP ने नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल(BJD) के पांच बार की सरकार को खत्म किया है और 21 में से 20 लोकसभा सीटों पर भी जीत दर्ज की है.
मंत्री बनने से पहले धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम भी थे रेस में
इसी बीच BJP खेमे में मुख्यमंत्री के चयन और नई सरकार के गठन को लेकर गहन विचार-विमर्श जारी है. इससे पहले धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम का नाम मुख्यमंत्री के लिस्ट में सबसे आगे माना जा रहा था. हालांकि, अब उन्हें NDA सरकार में शामिल कर लिया गया है. धर्मेंद्र प्रधान को फिर से शिक्षा विभाग दिया गया है और जुएल ओराम को आदिवासी मामलों के मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है. अब ऐसे में ओडिशा BJP अध्यक्ष मनमोहन सामल को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदारों में से एक माना जा रहा है. हालांकि, वह चंदबली विधानसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं.
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गिरीश मुर्मू, सुरेश पुजारी, प्रताप सारंगी का नाम भी फेहरिस्त में
इसी के साथ पूर्व ओडिशा BJP प्रमुख सुरेश पुजारी को लेकर भी चर्चा जोरों पर है. पूर्व सांसद सुरेश पुजारी ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र से भारी अंतर से चुनाव जीते हैं. इन दोनों नामों के अलावा गुजरात कैडर के पूर्व IAS गिरीश मुर्मू पर भी BJP विचार कर सकती है. नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब वह उनके प्रधान सचिव के रूप में काम कर चुके हैं. मुख्यमंत्री पद के अन्य संभावित उम्मीदवारों में बैजयंत ‘जय’ पांडा और प्रताप सारंगी जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं. यह सभी लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने हैं. पटनागढ़ के पूर्व राजघराने से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ विधायक केवी सिंह देव भी सीएम पद के दावेदारों में से एक हैं. वह पटनागढ़ सीट से छठी बार विधायक चुने गए हैं.