Lok Sabha Speaker Poll: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिला रहे हैं. इस बीच सत्तारूढ़ भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक ने लोकसभा स्पीकर के चुनाव में अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. बुधवार सुबह 11 बजे मतदान होगा.
देश के इतिहास में पहली बार लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है. अभी तक सर्वसम्मति से स्पीकर चुना जाता था. एनडीए की ओर से भाजपा सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया है. वहीं, इंडिया ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को स्पीकर पद के लिए मैदान में उतारा है.
बिरला जीते तो रचेंगे इतिहास
एनडीए की ओर से भाजपा सांसद ओम बिरला स्पीकर पद के उम्मीदवार हैं. राजस्थान की कोटा सीट से सांसद बिरला 17वीं लोकसभा के स्पीकर रह चुके हैं. वे जीतते हैं तो भाजपा के पहले ऐसे सांसद होंगे, जो लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर का पद संभालेंगे. इससे पहले कांग्रेस सांसद बलराम जाखड़ दो बार लगातार लोकसभा स्पीकर रह चुके हैं.
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कौन हैं के. सुरेश?
के. सुरेश कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं और आठवीं बार लोकसभा पहुंचे हैं. वे 1989, 1991, 1996, 1999, 2009, 2014, 2019 और 2024 में सांसद चुने गए. सुरेश केरल की मावेलिक्कारा सीट से कांग्रेस सांसद हैं. वह 2012 से 2014 तक केंद्र में मंत्री भी रहे हैं. सबसे अनुभवी सांसद होने के बावजूद उन्हें प्रोटेम स्पीकर नहीं चुने जाने पर कांग्रेस ने विरोध जताया था.
NDA का विपक्ष पर हमला
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार उतारने पर विपक्ष को घेरा है. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “ये किसी पक्ष का चुनाव नहीं होता, स्पीकर का पद पूरे सदन के लिए होता है. आजादी के बाद से मुझे नहीं याद कि इस तरीके से पद को लेकर चुनाव हो. जिस तरीके से विपक्ष की इस बार भूमिका रही है और शर्तों के साथ जिस तरीके से विपक्ष सामने आया है कि डिप्टी स्पीकर का पद पर सहमति करें. हम सब उस पर चर्चा के लिए तैयार थे पर उसके बावजूद उस पर अड़ना मुझे नहीं लगता कि ये उचित है. फिलहाल जीत सुनिश्चित है, उसमें कहीं कोई शंका की बात नहीं है.”