एक बार फिर से रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिलने की खबर सामने आई है. रविवार, 13 अक्टूबर की सुबह 6:30 बजे लक्सर-रुड़की रेलवे ट्रैक पर ढडेरा क्षेत्र में छावनी के पास गैस सिलेंडर पाया गया है. यह गैस सिलेंडर छानवी से तकरीबन 300 मीटर आगे मिला है. जिसे GRPF ने अपने कब्जे में लेकर ढडेरा स्टेशन मास्टर को सौंप दिया है. फिलहाल GRPF और स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच में जुट हई है.
लोको पायलट ने दी जानकारी
रविवार सुबह बीसीएन मालगाड़ी (BCNHL/ 32 849) के लोको पायलट ने रुड़की के स्टेशन मास्टर को इसकी जानकारी दी। लोको पायलट ने बताया कि लंढौरा (एलडीआर) और ढडेरा के बीच रेलवे ट्रैक पर एक सिलेंडर है। इसके बाद रुड़की के स्टेशन मास्टर ने यह जानकारी सुरक्षा बल पोस्ट को दी. जानकारी प्राप्त होते ही सुरक्षा बल पोस्ट लक्सर के SI नरेंद्र सिंह नेगी और ASI बसंत लाल मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंची टीम को ट्रैक पर कमी 1553/1 अपलाइन के बीच 3 किलो का सिलेंडर मिला।
खाली मिली गैस सिलेंडर
टीम ने गैस सिलेंडर को अपने कब्जे में ले लिया। टीम की जांच में यह सिलेंडर 3 किलो का पाया गया. टीम ने बताया कि रेलवे ट्रैक से मिले सिलेंडर में गैस नहीं थी. वह पूरी तरह से खाली है। इसके बाद सिलेंडर को ढडेरा स्टेशन मास्टर के पास जमा कराया गया है। घटना के बाद सिविल लाइंस रुड़की में FIR भी दर्ज करा दी गई है।
आर्मी कैंट के पास की घटना
जानकारी के मुताबिक जिस जगह ट्रैक पर सिलेंडर पाया गया है वहां एक तरफ आवासीय कॉलोनी है. ट्रैक की दूसरी तरफ आर्मी कैंट की दीवार है। रुड़की रेलवे स्टेशन से तकरीबन 80 से अधिक ट्रेनों का स्टॉपेज है। यह स्टेशन अति संवेदनशील श्रेणी में भी आता है। इस स्टेशन को लेकर पहले भी कई बार स्टेशन उड़ाने की धमकी मिलते रहें हैं.
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यहां भी रेलवे ट्रैक पर मिले सिलेंडर
रुड़की रेलवे ट्रैक गैस सिलेंडर मिलने से पहले और भी जगहों से ऐसी खबरें सामने आई है. पिछले दिनों रामपुर से भी इस तरह की खबर सामने आई थी. जहां एक ट्रेन की पटरी को बाधित किया गया था. बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी के बीच दून एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास किया गया. ट्रेन नंबर-12091 के लोको पायलट को ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला था. लोको पायलट ने ट्रेन रोक कर ट्रैक साफ किया और फिर ट्रेन को आगे बढ़ाया था.
इसके बाद यूपी के कानपुर में भी ऐसा मामला सामने आया था. रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रख दिया गया था. यहां से गुजरने वाली कालिंदी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची थी.
अजमेर में भी रेलवे ट्रैक पर सीमेंटेड ब्लॉक रख दिया गया था. कुछ दिनों पहले गाजीपुर जिले में भी रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा मिला था. यह टुकड़ा इंजन में फंस गया था. जिसके चलते स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में तकनीकी खराबी आ गई थी. ट्रेन करीब 2 घंटे तक ट्रैक पर ही खड़ी रही थी.