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ट्रंप ने फोड़ा टैरिफ ‘बम’! चीन की हालत खराब, भारत को मिला तगड़ा ‘डिस्काउंट’

Donald Trump, pm modi

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी

Global Trade War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के 185 देशों पर टैरिफ की भारी भरकम तलवार लटका दी है. ट्रंप के इस फैसले से अमेरिका को हर साल 600 अरब डॉलर की कमाई होने की उम्मीद है. खास बात ये है कि भारत को अपने दोस्ताना रिश्तों का फायदा मिला है और उसे 26% का ‘डिस्काउंटेड’ टैरिफ देना होगा. लेकिन चीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि उसे पहले के 20% के अलावा अब 34% अतिरिक्त टैरिफ चुकाना पड़ेगा, यानी कुल 54%.

भारत बहुत सख्त है- ट्रंप

ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में ‘मेक अमेरिकन वेल्दी अगेन’ कार्यक्रम में कहा, “भारत बहुत सख्त है. मेरे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी के साथ अच्छे रिश्ते हैं, लेकिन वे हमारे साथ सही व्यवहार नहीं करते. वे हमसे 52% टैक्स लेते हैं, जबकि हम उनसे लगभग कुछ भी नहीं लेते.” अब इस नए टैरिफ से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार पर नई बहस छिड़ सकती है. 2024 में दोनों देशों के बीच 124 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें भारत को 37 अरब डॉलर का फायदा हुआ था.

बाकी देश भी लपेटे में

चीन पर 54% टैरिफ के साथ ट्रंप ने साफ कर दिया कि वह अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर होने के बावजूद निशाने पर रहेगा. वहीं, कंबोडिया पर 49%, वियतनाम पर 46%, और यूरोपीय संघ पर 20% टैरिफ लगेगा. जापान (24%), दक्षिण कोरिया (25%), और ताइवान (32%) जैसे देश भी इस टैरिफ की चपेट में हैं. ट्रंप का कहना है कि ये कदम उन देशों के खिलाफ है जो अमेरिकी सामानों पर भारी टैक्स लगाते हैं.

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भारत का जवाब क्या होगा?

भारत सरकार इस टैरिफ का असर समझने में जुट गई है. वाणिज्य मंत्रालय अलग-अलग हालात का जायजा ले रहा है और उद्योगों से बात कर रहा है ताकि अमेरिका में भारतीय सामानों की बिक्री पर असर कम हो. खबर है कि भारत अमेरिका से आने वाले 23 अरब डॉलर के सामान पर टैक्स घटाने को तैयार है. क्या ये ट्रंप के इस दांव का जवाब होगा?

कब से लागू होगा टैरिफ?

5 अप्रैल 2025 से सभी देशों से आने वाले सामानों पर 10% का बेस टैरिफ शुरू हो जाएगा. इसके बाद 9 अप्रैल से देश-विशेष टैरिफ लागू होंगे. ट्रंप ने इसे अमेरिका के लिए ‘लिबरेशन डे’ करार दिया और कहा कि इससे अमेरिकी कंपनियों को फायदा होगा.

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