Google Map: पिछले साल गूगल मैप (Google Map) का इस्तेमाल कर 24 नवंबर को गूगल मैप के सहारे फर्रुखाबाद के दो भाई और उनके दोस्त बरेली में एक शादी फंक्शन में शामिल होने जा रहे थे. लेकिन गूगल मैप ने उन्हें ऐसे पुल पर चढ़ा दिया जो बीच से टूटा हुआ था. इसके बाद कार 50 फीट नीचे रामगंगा नदी में गिर गई. जिसमें तीनों की मौत हो गई. अब एक बार फिर से गूगल मैप से जुड़ा ऐसा ही मामला सामना आया है. जिसमें इस बार पुलिस फंस गई.
Google Map की एक गड़बड़ी ने असम पुलिस को मुश्किलों में डाल दिया. इस गड़बड़ी के कारण छापेमारी करने जा रही असम पुलिस नागालैंड पहुंच गई. जहां लोगों ने पुलिस की टीम को रातभर बंधक बनाए रखा. मुश्किल में फंसी टीम ने स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया, तब जाकर लोगों ने उन्हें छोड़ा. इस घटना की जानकारी असम पुलिस के एक अधिकारी ने दी है.
कैसे असम से नागालैंड पहुंची पुलिस ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, असम के जोरहाट जिले की पुलिस एक आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी. इस टीम में कुल 16 पुलिसवाले थे. जिनमें से केवल 3 ही वर्दी में थे, बाकी पुलिस वालों ने सिविल ड्रेस पहन रखी थी. रात के समय पुलिस Google Map पर दिखाए रास्ते पर चल रही थी. चलते-चलते वो असम की सीमा को पार कर नागालैंड की सीमा में प्रवेश कर गए. यहां स्थित एक चाय बागान को Google Map असम की सीमा में दिखा रहा था, जबकि वो नागालैंड में था. जिस कारण पुलिस नागालैंड पहुंच गई.
स्थानीयों ने समझा बदमाश
छापेमारी के लिए निकली पुलिस टीम के पास कई अत्याधुनिक हथियार थे. जब वे रात के अंधेरे में नागालैंड पहुंचे तो वहां के लोगों को शक हुआ. उन्होंने हथियार देखकर पुलिसवालों को बदमाश समझा और उन्हें बंधक बना लिया. स्थानीय लोगों ने पुलिस की टीम पर पहले हमला किया. जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. इसके बाद ही नागालैंड के स्थानीय लोगों ने पुलिस की टीम को रातभर बंधक बनाए रखा.
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स्थानीय अधिकारियों ने बचाई असम पुलिस की जान
बंधक बनता देख असं पुलिस ने नागालैंड के स्थानीय पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया. उन्होंने अधिकारियों को अपने साथ हुए वाकये की पूरी जानकारी दी. इसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने एक पुलिस टीम को मौके पर भेजा. जब स्थानीय पुलिस ने मौके पर आकर लोगों को समझाया तब जाकर असम पुलिस की टीम को छोड़ा गया.