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“बारिश से भी नहीं बचा रही है सरकार”, अखिलेश ने कसा तंज, बोले- ये इनकी नाकामी है

Akhilesh Yadav

सपा प्रमुख अखिलेश यादव

Akhilesh Yadav: सुप्रीम कोर्ट ने आज सोमवार को कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों को मालिक का नाम प्रदर्शित करने के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार के निर्देश पर रोक लगा दी है. जिसको लेकर सपा प्रमुख ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने कहा, “… जिस समय मुझे जानकारी मिली थी तभी मैंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट स्वयं इसे संज्ञान में ले और ऐसी कार्रवाई को रोके. जैसे दिया बुझने से पहले फड़फड़ाता है, ये सांप्रदायिक राजनीति का दिया फड़फड़ा रहा है इसलिए ऐसे फैसले ले रहे हैं… सांप्रदायिक राजनीति खत्म होने जा रही है इसका दुख भाजपा को है.”

वहीं अपने बयान में समाजवादी पार्टी के मुखिया ने आगे कहा कि ये सरकार की नाकामी है कि वह बारिश से भी नहीं बचा पा रही है. बता दें कि सोमवार से शुरू हुए संसद के बजट सत्र में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव इस समय दिल्ली में हैं. संसद की कार्रवाई के समय दिल्ली में जोरदार बारिश हुई. कार्रवाई खत्म होने के बाद लोकसभा से बाहर निकलते हुए उन्होंने मीडिया से बात की. जहां उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार बारिश से भी नहीं बचा पा रही है.

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अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा पोस्ट

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “एक नयी ‘नाम-पट्टिका’ पर लिखा जाए: सौहार्दमेवजयते!” इसके साथ ही अखिलेश यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और इस तरह की कार्रवाई को रोकना चाहिए. सरकार ऐसे कई कदम उठाएगी क्योंकि जब सांप्रदायिक राजनीति ख़त्म हो जाएगी तो ये लोग ऐसा ही करेंगे.”

NEET मुद्दे पर भी अखिलेश ने सरकार को घेरा 

अखिलेश यादव ने NEET मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, “यह कैसे संभव है कि एक ही सेंटर पर इतने सारे छात्रों को इतने अंक मिलें. यह सरकार और उस संस्थान की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है जो इतनी बड़ी परीक्षा आयोजित कर रहा है. इस सरकार ने पेपर लीक का एक रिकॉर्ड बनाया है.”अखिलेश यादव ने X पर अपने पोस्ट ‘मानसून ऑफर: 100 लाओ, सरकार बनाओ’ पर कहा, “अभी बारिश हो रही है. फिर विंटर का ऑफर आएगा. अपनी कुर्सी बचाने के लिए दुकानों के बाहर मालिकों को अपने नाम का बोर्ड लगाने को कहा है. सच तो यह है कि इसमें दिल्ली और लखनऊ की सरकारें एक साथ हैं.”

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