Gujarat News: गुजरात के एक अरबपति दंपत्ति ने अपने जीवन से जुड़ा बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने संन्यासी बनने के लिए अपनी 200 करोड़ रुपये की संपत्ति दान कर दी है. सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दंपत्ति जुलूस निकालकर अपना सारा सामान दान करते नजर आ रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक, हिम्मतनगर के कंस्ट्रक्शन व्यापारी भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी ने अपनी 200 करोड़ रुपये की संपत्ति दान कर दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भंडारी दंपत्ति ने जैन धर्म में दीक्षा लेने का फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि वह बेटी और बेटे के नक्शेकदम पर चल रहे हैं, जो 2022 में भिक्षु बन गए थे. लोगों का कहना है कि भावेश और उनकी पत्नी अपने बच्चों के “अपनी भौतिक आसक्तियों को त्यागें और तप पथ में शामिल होने” के कदम से काफी प्रेरित थे.
VIDEO | Gujarat-based businessman Bhavesh Bhandari and his wife donated their lifetime earnings of over Rs 200 crore to adopt monkhood. The couple led a procession in Sabarkantha, Gujarat, yesterday as they donated all their belongings.
(Full video available on PTI Videos -… pic.twitter.com/eWu9IQEZo3
— Press Trust of India (@PTI_News) April 16, 2024
पूरे भारत में करेंगे नंगे पैर यात्रा
सोशल मीडिया पर भावेश और उनकी पत्नी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दंपत्ति साबरकांठा में जुलूस निकालकर अपना सारा सामान दान करते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल को प्रतिज्ञा लेने के बाद, दंपति को सभी पारिवारिक रिश्ते तोड़ने होंगे और उन्हें कोई भी ‘भौतिकवादी वस्तु’ रखने की इजाजत नहीं होगी. इसके बाद वो पूरे भारत में नंगे पैर यात्रा करेंगे और केवल भिक्षा पर जीवित रहेंगे. उन्हें केवल दो सफेद वस्त्र, भिक्षा के लिए एक कटोरा और एक “रजोहरण” रखने की इजाजत होगी. बता दें कि रजोहरण एक झाड़ू है जिसका उपयोग जैन भिक्षु बैठने से पहले जगह साफ करने के लिए करते हैं.