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हरियाणा BJP के पोस्टर से क्यों गायब हुई मनोहर लाल खट्टर की तस्वीर? आखिर पार्टी को किस बात का डर

Haryana Assembly Election 2024

हरियाणा बीजेपी

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पोस्टर किसी भी चुनावी भाषण से ज्यादा जोरदार हैं. हरियाणा में 10 साल सत्ता में रहने के बाद पार्टी के पोस्टरों में मनोहर लाल खट्टर नहीं हैं. जो लगभग पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री रहे. उसके बाद बीजेपी ने इस मार्च में उनकी जगह नायब सिंह सैनी को लेकर आई. इसके बाद खट्टर को आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री के रूप में केंद्र में भेज दिया. इसमें सैनी के चेहरे के साथ-साथ मोदी का थोड़ा बड़ा चेहरा भी है. लेकिन दोनों ही पोस्टरों के एक कोने में मुगशॉट हैं. जो 2014 के बाद से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के अभियानों से अलग है. इसमें मोदी का चेहरा मुख्य भूमिका में होता था. इस बार पोस्टरों पर आम आदमी का चेहरा हावी है.

हरियाणा में सत्ता विरोधी भय ने बीजेपी को फिर से रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया. बिलबोर्ड और ऑनलाइन दोनों जगह बीजेपी के पोस्टरों पर आम महिला और पुरुष के चेहरे हैं. छात्र, युवा उद्यमी, महिलाएं और यहां तक कि किसान भी सरकार की पहल, राजमार्ग परियोजनाओं, स्टार्टअप नीतियों आदि का प्रचार कर रहे हैं. किसान की तस्वीर वाले एक पोस्टर में लिखा है कि यह है राजमार्गों से दूरियां कम करने वाली सरकार. एक अन्य पोस्टर में महिला का चेहरा है, जिस पर लिखा है कि यह है स्टार्टअप को समर्थन करने वाली सरकार.

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हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर

यह साफ है कि पार्टी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है. इसका असर ही है कि अप्रैल-मई के आम चुनावों में बीजेपी सभी 10 लोकसभा सीटों से गिरकर 5 पर आ गई है. उसे सरकारी योजनाओं में ताकत दिख रही है. लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी बहुमत से चूक गई और गठबंधन सरकार बनाई. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पहले बड़े चुनाव हैं. हालांकि राज्य बीजेपी प्रमुख मोहन लाल बडोली से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि चुनावों में सत्ता विरोधी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए पार्टी को फिर से रणनीति बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा.

मार्च में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कुरुक्षेत्र के सांसद और राज्य इकाई के प्रमुख सैनी को लाकर बीजेपी ने नेतृत्व परिवर्तन किया. उसके बाद से सैनी सरकार ने कल्याणकारी नीतियों को आगे बढ़ाया है. सबसे पहले उसने ‘हैप्पी (हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजना) कार्ड’ लॉन्च किया. इसके तहत 1 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों के सदस्यों को सालाना 1,000 किलोमीटर तक की मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दी जा रही है. इस योजना का विज्ञापन करने वाले एक पोस्टर पर लिखा है कि यह है हमें मुफ्त बस यात्रा कराने वाली सरकार और इस पोस्टर पर सबसे बड़े चेहरे एक परिवार के हैं.

पोस्टर बदलने के पीछे की वजह

पोस्टरों के पीछे की सोच के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि हम समझते हैं कि 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद कुछ हद तक सत्ता विरोधी लहर पैदा हो गई है. सीएम का चेहरा बदलने और अपनी रणनीति बदलने की जरूरत थी. हमारी जमीनी रिपोर्ट ने इस आकलन का समर्थन किया है. बीजेपी की ओर से प्रस्तावित नई योजनाओं को भी अभियान में प्रमुखता मिली है. जैसे लाडो लक्ष्मी (बीपीएल परिवारों की महिलाओं के लिए 2,100 रुपये) और हर जिले में ओलंपिक खेलों की नर्सरी.

भाजपा उम्मीदवार के भाषण में खट्टर का नाम नहीं

राव नरबीर सिंह पहली खट्टर सरकार में मंत्री थे और इस बार गुड़गांव के बादशाहपुर से चुनाव लड़ रहे हैं ताकि 2019 में अपनी हारी हुई सीट को वापस जीतने की कोशिश कर सकें. अपने भाषणों में सैनी की प्रशंसा कर रहे हैं, लेकिन अपने पूर्व बॉस खट्टर का कोई जिक्र नहीं करते हैं. पोस्टरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि जो भी विकास कार्य हुए, कम से कम गुड़गांव में वे 2014-2019 तक हुए. इसके बाद सामुदायिक केंद्र की आधारशिला भी नहीं रखी गई. शायद यही वजह है कि पोस्टर पर आम आदमी के चेहरे हैं.

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