Haryana Assembly Election Result: हरियाणा में 1 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आज सामने आ चुके हैं. जहां राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. सियासी परीक्षा की घड़ी में सरकार के साथ उसके मंत्रियों की किस्मत का भी फैसला होना है. कार्यवाहक सीएम नायब सिंह सैनी समेत 10 मंत्रियों ने विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की है. जहा कुल 10 मंत्रियों में से आधे से ज्यादा चुनाव हार गए हैं.
चुनाव आयोग की वेबसाइट के आंकड़े के अनुसार, कमल गुप्ता, संजय सिंह, सुभाष सुधा, असीम गोयल, कंवरपाल, जय प्रकाश दलाल और अभय सिंह यादव को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह, महिपाल ढांडा और मूलचंद शर्मा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से जीत दर्ज कर चकुे हैं.
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कितने मंत्री लड़े थे चुनाव?
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन हुआ था. भाजपा ने मनोहर लाल को हटाकर ओबीसी समुदाय से आने वाले भाजपा के प्रमुख नेता और कुरुक्षेत्र लोकसभा से तत्कालीन सांसद नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था. 2023 में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने वाले सैनी ने 12 मार्च 2024 को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 13 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. कुल 14 में से 10 मंत्रियों को ही टिकट मिला.
नायब सैनी: इस विधानसभा चुनाव में हरियाणा की सबसे चर्चित सीटों में कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा शुमार है. यहां से मुख्यमंत्री नायब सैनी चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल की.
डॉ. कमल गुप्ता: हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हिसार हाई प्रोफाइल सीटों में बनी हुई है. इस सीट पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भाजपा के उम्मीदवार थे. हालांक, निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल ने यहां से जीत दर्ज की हैं.
असीम गोयल: हरियाणा सरकार में विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम गोयल अंंबाला सिटी सीट से एक बार फिर से चुनाव मैदान थें. जहां उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है.
मूल चंद शर्मा: उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री मूल चंद शर्मा बल्लभगढ़ सीट से चुनावी दंगल में उतरे और उन्होंने यहां से जीत हासिल की है.
कंवरपाल: सरकार में कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर जगाधरी सिटी सीट से एक बार फिर से चुनाव मैदान में थे. पिछले चुनाव में वह इस सीट से जीते थे. हालांकि इस बार उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा है.
जय प्रकाश दलाल: वित्त मंत्री जय प्रकाश दलाल ने एक बार फिर भिवानी जिले की लोहारू सीट से किस्मत आजमाई. हालांकि, वह जीतने में कामयाब नहीं हुई और हार से ही संतुष्ट करना पड़ेगा.
अभय सिंह यादव: मंत्री अभय सिंह यादव नांगल चौधरी सीट से चुनाव मैदान में उतरे। वह नायब सरकार में सिंचाई एवं जल संसाधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद पर थे। पिछले चुनाव में अभय सिंह ने जजपा के मुला राम को 20615 वोट से परास्त किया था। इस चुनाव में भाजपा के अभय सिंह का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार मंजू चौधरी से है। इसके अलावा आप से डॉ. गोपिचंद और जजपा से राव ओम प्रकाश प्रत्याशी रहे।
संजय सिंह: खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने नूंह सीट से किस्मत आजमाई. 2019 के विधानसभा चुनाव में नूंह सीट कांग्रेस के आफताब अहमद ने जाकिर हुसैन को 4038 मत से शिकस्त दी थी. हालांकि इस बार इन्हें भी हार मिली है.
महिपाल ढांडा: विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महिपाल ढांडा पानीपत ग्रामीण सीट से उतरे. 2019 के विधानसभा चुनाव में महिपाल ने जजपा के देवेंदर कादियान को 45125 मत से शिकस्त दी थी. इस बार भी उन्होंने जीत दर्ज की है.
सुभाष सुधा: नायब सिंह सरकार में शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री सुभाष सुधा ने एक बार फिर कुरुक्षेत्र जिले की थानेसर सीट से किस्मत आजमाई. 2019 के विधानसभा चुनाव में सुधा ने कांग्रेस के अशोक कुमार अरोड़ा को महज 842 मत से हराया था. इस बार इन्हें भी हार का सामना करना पड़ा.