Haryana Politics: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने पार्टी को अलविदा कह दिया है. दोनों बुधवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी जॉइन करेंगी. इस बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने किरण चौधरी को लेकर बयान दिया है.
बता दें कि हरियाण के पूर्व सीएम बंसीलाल की बहू किरण चौधरी और भूपिंदर सिंह हुड्डा एक-दूसरे के कट्टर विरोधी माने जाते हैं. हाल में हुए लोकसभा चुनाव में राज्य के भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से बेटी श्रुति चौधरी को कांग्रेस आलाकमान द्वारा टिकट न दिए जाने से किरण चौधरी नाराज हैं. यहां से श्रुति पहले सांसद रह चुकी हैं. वहीं, इस संबंध में हुड्डा ने मीडिया से कहा, “टिकट वितरण सही न होना किरण चौधरी की सोच है. सही टिकट वितरण हुआ था, इसलिए कांग्रेस पार्टी की पांच सीटें आईं. पूरे देश में इंडिया गठबंधन के वोट शेयर को देखा जाए तो हरियाणा के अंदर कांग्रेस का वोट प्रतिशत बहुत अधिक है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी हाफ हो गई है. विधानसभा चुनाव में पूरी साफ हो जाएगी.”
हरियाणा में कांग्रेस को मिली पांच सीटें
हरियाणा में लोकसभा की कुल दस सीटें हैं. इस बार पांंच कांग्रेस तो पांच बीजेपी के खाते में आई हैं. वहीं, कांग्रेस ने बहुचर्चित भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया था, जो बीजेपी के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह से हार गए. बता दें कि 2019 में सूबे की सभी दस सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
“मेरे खिलाफ साजिश रची गई”
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में किरण चौधरी ने कहा, “बहुत ही सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से मुझे दबाया गया, अपमानित किया गया और मेरे खिलाफ साजिश रची गई. हमारे लोगों का प्रतिनिधित्व करने और उन मूल्यों को बनाए रखने के मेरे मेहनती प्रयासों में महत्वपूर्ण रूप से बाधा उत्पन्न हुई है, जिनके लिए मैं हमेशा से खड़ी रही हूं.”
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राज्यसभा जाएंगी श्रुति!
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने श्रुति चौधरी को राज्यसभा का ऑफर दिया है. हाल ही में रोहतक निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत के बाद प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट खाली होने जा रही है. हालांकि, किरण चौधरी का कहना है कि वो और उनकी बेटी बीजेपी में बिना शर्त शामिल हो रही हैं.