Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो हाईकमान कहता है, उसे हम मानते हैं. विधायकों की नाराजगी पर सीएम सुक्खू ने कहा कि कोई भी नाराज नहीं है.
सोमवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “जो हाईकमान कहता है, हम उसे मानते हैं… कोई भी नाराज नहीं है. गौरतलब है कि पिछले महीने हुए राज्यसभा चुनाव में विधायकों की नाराजगी के कारण कांग्रेस उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था. 6 विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी.
#WATCH शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “… जो हाईकमान कहते हैं, हम उसे मानते है… कोई भी नाराज़ नहीं है. pic.twitter.com/bGxrhQJmp4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2024
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद से सियासी माहौल गरमाया हुआ है. विक्रमादित्य कैंप ने सुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बता दें कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी उम्मीदवार की जगह भाजपा के पक्ष में मतदान किया था. इसके बाद इन 6 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया है. विधायकों को अयोग्य घोषित करने पर विक्रमादित्य सिंह ने नाराजगी जाहिर की थी.
इन विधायकों को किया अयोग्य घोषित
27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों (सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर व इंद्र दत्त लखनपाल) ने भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाला था. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया. पार्टी के भीतर उठे बगावती सुर को शांत करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों को भी राज्य भेजा था.
ये भी पढ़ेंः विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक प्रोफाइल से हटाया ‘मंत्री’ शब्द, हिमाचल में गरमाई सियासत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विक्रमादित्य सिंह ने बगावत करने वाले विधायकों से मुलाकात कर अटकलों का बाजार गरमा दिया था. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो विक्रमादित्य के कहने पर ही कांग्रेस विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर वोट डाला था.