Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में कुदरत ने तबाही मचा दी है. विनाशकारी भूस्खलन में अब तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो हुई है और 200 लोग घायल हो गए हैं. वहीं 150 से ज्यादा लोगों की तलाश अब भी जारी है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने संसद में दावा किया कि केरल सरकार को 23 जुलाई को संभावित भूस्खलन के बारे में पहले ही चेतावनी दे दी गई थी. हालांकि, इलाके में बचाव अभियान जारी है.
‘आपदा को लेकर दी गई चेतावनी, केरल सरकार ने नजरअंदाज की’, वायनाड भूस्खलन को लेकर बोले गृह मंत्री शाह@AmitShah #Wayanad #Kerala #Landslide #landslides #WayanadLandslide #VistaarNews pic.twitter.com/iAJ2ldSJCu
— Vistaar News (@VistaarNews) July 31, 2024
केरल सरकार ने समय रहते लोगों को नहीं निकाला- अमित शाह
गृह मंत्री ने दावा किया कि पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली केरल सरकार को वायनाड में भूस्खलन से एक सप्ताह पहले ही चेतावनी दे दी गई थी. उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद केंद्र ने केरल में एनडीआरएफ की नौ टीमें भेजी थीं. अमित शाह ने कहा, “केरल सरकार ने समय रहते लोगों को नहीं निकाला.”
उन्होंने कहा, “भारत उन चार देशों में से है जो प्राकृतिक आपदाओं के बारे में कम से कम सात दिन पहले चेतावनी जारी कर सकते हैं.” शाह ने आगे कहा कि अगर केरल सरकार एनडीआरएफ की टीमों के आने के बाद सतर्क हो जाती तो भूस्खलन के कारण होने वाली मौतों को कम किया जा सकता था.”
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केरल के लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है मोदी सरकार- शाह
गृह मंत्री शाह ने कहा, “मोदी सरकार वायनाड त्रासदी से निपटने के लिए केरल सरकार और लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है.” मंगलवार रात वायनाड का दौरा करने वाले केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने पहले कहा था कि पीएम मोदी स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं. उन्होंने कहा, “स्थिति पर केंद्र सरकार नज़र रखी है. पीएम मोदी स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और उन्होंने मुझे प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए नियुक्त किया है. गृह मंत्रालय के दोनों नियंत्रण कक्ष 24×7 स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और राज्य को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि सेना और वायु सेना भी बचाव प्रयासों में लगी हुई है. सेना के जवानों की दो टुकड़ियां और IAF के दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. इसके अलावा NDRF, SDRF और एक डॉग स्क्वायड बचाव कार्यों में सहायता कर रहे हैं.