सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस चलाने के लिए गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, बढ़ेगी AAP नेता की मुश्किलें!

सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मई 2022 में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के समय वे दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री थे.
Satyendra Jain

सत्येंद्र जैन

Delhi: दिल्ली के पूर्व मंत्री और AAP नेता सत्येंद्र जैन की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं. पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार हुई, अब गृह मंत्रालय ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी है. अगर राष्ट्रपति की इजाजत मिल जाती है, तो यह मामला न्यायालय में चलाया जाएगा.

तीन साल पहले हुई थी गिरफ्तारी

सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मई 2022 में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के समय वे दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री थे. हालांकि, फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं. ईडी ने इस मामले में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. हाल ही में खत्म हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में शकुर बस्ती से हार का सामना करना पड़ा.

आय से अधिक संपत्ति का मामला

इसकी शुरुआत अगस्त 2017 में दर्ज एक मामले से हुई, जब CBI ने सत्येंद्र जैन और अन्य आरोपियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था. सीबीआई की 2018 में दाखिल चार्जशीट में कहा गया था कि सत्येंद्र जैन की संपत्ति 1.47 करोड़ रुपये आंकी गई थी, जो उनके आय स्रोतों से 217 प्रतिशत अधिक थी.

यह भी पढ़ें: Mahakumbh में डुबकी लगाने वालों की संख्या हुई 50 करोड़ के पार, सीएम योगी ने कही बड़ी बात

हवाला कारोबार से जुड़े आरोप

ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि 2015-16 के दौरान, जब सत्येंद्र जैन एक लोक सेवक थे, तब फर्जी कंपनियों के माध्यम से उन्हें 4.81 करोड़ रुपये मिले थे. इन पैसों को हवाला के जरिए कोलकाता स्थित एंट्री ऑपरेटरों को नकद रूप में स्थानांतरित किया गया था.

ज़रूर पढ़ें