IAS Coaching Incident: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में घटी घटना में मारे गए 3 आईएएस उम्मीदवारों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. एलजी की ओर से कहा गया है कि दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS), पुलिस और दिल्ली नगर निगम (MCD) के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
दिल्ली कोचिंग हादसे में मारे गए छात्रों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, LG विनय कुमार सक्सेना ने की घोषणा #DelhiCoachingCenter #IASCoaching #DelhiLG #VistaarNews pic.twitter.com/CvjEaK5may
— Vistaar News (@VistaarNews) July 29, 2024
जांच के लिए गृह मंत्रालय ने बनाई कमेटी
वहीं अब गृह मंत्रालय ने भी मामले की जांच के लिए समिति गठित की है. समिति अगले 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट MAH को सौंपेगी. जानकारी के मुताबिक, समिति घटना के कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, उपाय सुझाएगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी. समिति में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त, एक अग्निशमन सलाहकार और गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव को शामिल किया गया है.
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संसद में उठा छात्रों की मौत का मुद्दा
एलजी कार्यालय की ओर से कहा गया है कि इस साल की शुरुआत में मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने की घटना में दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के तहत गठित एमसीडी और डीएफएस का एक संयुक्त कार्य बल राजेंद्र नगर क्षेत्र में सभी इमारतों का सर्वे भी करेगा. इसके बाद इलाके में चल रहे अवैध संरचनाओं को सील किया जाएगा. बता दें कि यह मुद्दा आज संसद में भी गूंजा. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कोचिंग सेंटरों को धंधा बताया. वहीं, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस त्रासदी के लिए आप सरकार की “लापरवाही” को जिम्मेदार ठहराया. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.
शनिवार को हुआ था हादसा
बताते चलें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार को राव कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई. यह छात्र यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे. कोचिंग सेंटर के बेसमेंट चल रही लाइब्रेरी में बारिश का पानी भरने से यह हादसा हुआ. इस घटना के बाद छात्रों ने अभ्यर्थियों के लिए न्याय की मांग करते हुए दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया.