Govind Dev Giri: काशी, मथुरा पर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ही मंदिर-मस्जिद विदाद कोर्ट में विचाराधीन हैं. वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज ने जारी विवाद के बीच बड़ी मांग कर दी है. बताते चलें कि पुणे के एक कार्यक्रम में गोविंद देव गिरि महाराज पहुंचे थे. इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि काशी और मथुरा के विवादित स्थल हिंदू पक्ष को मिल जाए तो हम अन्य मुद्दे छोड़ देंगे.
‘हमें भविष्य में जीना है, भूतकाल में नहीं’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोर्ट में लंबित मामलों पर जब सवाल किया गया तो गोविंद देव गिरी महाराज ने जवाब देते हुए कहा कि हमें तीन मंदिरों से शांति मिल जाएगी. इसके बाद हम अन्य मंदिरों की इच्छा भी नहीं करते हैं. ऐसा इसलिए है कि हमें भविष्य में जीना है, भूतकाल में नहीं. भारत देश का भविष्य अच्छा होना चाहिए. इसलिए समझदारी के साथ हमें अध्योया, काशी और मथुरा के मंदिर मिल जाते हैं तो इसके बाद हम इस मुद्दे से संबंधित सारी अन्य बातों को भूल जाएंगे.
‘लोगों को समझाने का करेंगे प्रयास’
वहीं एक दूसरे सवाल पर भी गोविंद देव गिरी महाराज ने उत्तर देते हुए कहा कि इन सभी मुद्दों में हम उन लोगों को भी प्यार से समझाएंगे. इन सभी स्थानों के लिए एक ही बात नहीं बोली जा सकती है. कहीं-कहीं समझदार लोग होते हैं, हर जगह समझदार लोग नहीं होते हैं. स्थिति के हिसाब से हम लोगों को समझाने का प्रयास करेंगे. हम किसी भी कारण से देश में अशांति का माहौल नहीं बनने देंगे.
कार्यक्रम में आरएसएस चीफ मोहन भागवत भी थे मौजूद
जानकारी के लिए बता दें कि 4 फरवरी से 11 फरवरी तक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज के 75वें जन्मदिन के मौके पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी सिससिले में वह पुणे शहर के आलंदी पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में आरएसएस चीफ मोहन भागवत और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के साथ कई अन्य लोगों ने भी शिरकत की.