GDP Growth: अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत को बड़ा झटका लगा है. जारी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार पर ब्रेक लगा है और यह 18 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 5.4 % रही है. नेशनल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (NSO) की तरफ से जारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है.
NSO का आंकड़ा रॉयटर्स पोल के 6.5% के अनुमान से काफी कम है और इसकी वजह कई सेक्टर्स में ग्रोथ में गिरावट है. अर्थव्यवस्था की रफ्तार अप्रैल-जून तिमाही में 6.7% रही थी। जबकि, पिछले साल इसी तिमाही में विकास दर 8.1% थी.
दूसरी तिमाही में एग्रीकल्चर सेक्टर का ग्रोथ 3.5 फीसदी है, जो पिछले तिमाही के 2 फीसदी और सालाना 1.7 फीसदी की रीकवरी दर्शाती है. वहीं माइनिंग सेक्टर में ग्रोथ -0.1% रही है. पिछले साल इसी तिमाही में यह 11.1% था.
मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 2.2 % रही
दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 2.2% रही है. पिछले साल इसी तिमाही में इसकी ग्रोथ रेट 14.3% थी. इसके अलावा, इलेक्ट्रिकसिटी सेगमेंट में ग्रोथ रेट 3.3% रही है. पिछले साल इसी तिमाही में इस सेक्टर में ग्रोथ रेट 10.5% थी. इकोनॉमिक ग्रोथ का मुख्य सेक्टर कंस्ट्रक्शन रहा है, जहां इस अवधि में रिकॉर्ड 7.7% ग्रोथ दर्ज की गई है. फिर भी यह ग्रोथ पिछले साल इसी तिमाही में 13.6% की ग्रोथ से कम रही है.
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GVA दूसरी तिमाही में 5.6% रहा
भारत का ग्रोस वैल्यू एडेड (GVA) जुलाई-सितंबर की तिमाही में 5.6% रहा. जबकि, एक साल पहले की समान तिमाही में GVA ग्रोथ 7.7% थी. वहीं इसके पिछली तिमाही में GVA ग्रोथ का आंकड़ा 6.8% था. इस गिरावट के पीछे कई सेक्टर में ग्रोथ में कमी रही है.
हालांकि, धीमी जीडीपी ग्रोथ के बावजूद भारत विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्ताओं के बीच अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. जुलाई-सितंबर तिमाही में चीन की GDP ग्रोथ 4.6% और जापान की जीडीपी 0.9% की दर से बढ़ी है, जो कि भारत की जीडीपी ग्रोथ से कम है.