Indrani Mukerjea: मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने शुक्रवार को अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को 10 दिन की विदेश यात्रा की अनुमति दे दी है. अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी को 2 लाख रुपये की जमानत राशि पर विदेश यात्रा की अनुमति दी. अब उन्हें अपने दो करीबी रिश्तेदारों के नाम और संपर्क नंबर भी सीबीआई को सौंपने होंगे.
पिछले महीने विशेष सीबीआई अदालत ने शीना बोरा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की याचिका का निपटारा कर दिया था, जिसमें मुंबई में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय को ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) प्रमाण पत्र फिर से जारी करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी. विशेष सीबीआई न्यायाधीश एसपी नाइक-निंबालकर ने कहा कि अदालत के संज्ञान में ऐसा कोई नियम या कानूनी प्रावधान नहीं लाया गया है जो उसे ओसीआई को फिर से जारी करने के लिए एफआरआरओ को निर्देश देने का अधिकार देता हो.
इंद्राणी मुखर्जी ने की ओसीआई कार्ड जारी करने की मांग
मुखर्जी ने अपनी याचिका में कहा कि वह ब्रिटिश नागरिक हैं और उनके पास उस देश का पासपोर्ट है. उनकी याचिका के अनुसार, उन्हें वैध ओसीआई पंजीकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता है क्योंकि यह उनका निवास परमिट है और भारत में रहने के लिए उनका आजीवन वीजा है. मुखर्जी ने कहा था कि उनका वर्तमान ओसीआई कार्ड क्षतिग्रस्त स्थिति में है और इसलिए उन्होंने इसे फिर से जारी करने के लिए आवेदन किया है. अदालत ने कहा कि मुखर्जी के आवेदन की वैधता को संतोषजनक ढंग से स्पष्ट नहीं किया गया है.
न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा, “इसी तरह, अभियुक्तों के ध्यान में यह भी लाया जाता है कि इस अदालत में ऐसे निर्देश जारी करने की कोई अंतर्निहित शक्तियां निहित नहीं हैं. आवेदन में ऐसा कोई प्रावधान नहीं दिया गया है जिसके तहत ऐसा आवेदन दायर किया गया है. नतीजतन, आवेदक सलाह दिए जाने पर उचित कानूनी सहारा ले सकता है.”
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शीना बोरा की हत्या कब हुई?
शीना बोरा (24) की अप्रैल 2012 में इंद्राणी मुखर्जी, उसके तत्कालीन ड्राइवर श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना ने कथित तौर पर कार में गला घोंटकर हत्या कर दी थी. पुलिस के अनुसार, इंद्राणी की बेटी बोरा, जो उसके पिछले रिश्ते से पैदा हुई थी, का शव पड़ोसी रायगढ़ जिले के एक जंगल में जला दिया गया था.
यह हत्या 2015 में तब प्रकाश में आई जब राय को एक अन्य मामले में हिरासत में लिया गया. बाद में पीटर मुखर्जी को भी कथित तौर पर साजिश का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं.