Israel-Iran War: ईरान ने इज़रायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए 181 मिसाइलें दागी, जिसके बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. इज़रायल ने कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया फिर भी कुछ रिहायशी इलाक़ों में गिरी थीं. हालांकि, इस हमले की जानकारी इज़रायल को पहले ही मिल चुकी थी और सभी नागरिकों को बंकरों को भेज दिया था. इस हमले में बाद पीएम नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है. दूसरी तरफ IDF ने भी कहा है कि जवाबी हमले का वक्त और जगह हम तय करेंगे.
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ईरान को अंजाम भुगतने की चेतावनी
ईरान द्वारा इजरायल के “सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों” को निशाना बनाकर करीब 181 बैलिस्टक मिसाइलें दागी जाने के बाद अब इजरायल का गुस्सा सातवें आसमान पर है. उसने ईरान को इसका अंजाम भुगतने की चेतावनी दे दी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि मिसाइलें दागकर ईरान मे बहुत बड़ी गलती की है. इसकी कीमत ईरान को चुकानी पड़ेगी. तो वहीं ईरान की तरफ से एक बयान जारी किया गया. ईरान ने इजरायल को चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की तो तेहरान की प्रतिक्रिया अधिक विनाशकारी होगी. बता दें कि ईरान ने इजरायल पर ये हमला इस्माइल हानिया और नसरल्लाह की शहादत का बदला लेने के लिए किया गया है, जिसकी जानकारी ईरान द्वारा हमले के बाद एक बयान जारी कर बताया गया.
ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने की ईरान की निंदा
मामले पर ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए ईरान की ओर से की गई कारवाई की निंदा करते हुए कहा, “ऑस्ट्रेलिया इजराइल पर ईरान के मिसाइल हमले की निंदा करता है. शत्रुता ने नागरिकों को जोखिम में डाल दिया.” उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और इज़राइल में आस्ट्रेलियाई लोगों को स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
मामले पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि आज ईरान ने लापरवाही से हमला करते हुए इजराइल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं. ईरान मध्य पूर्व में एक अस्थिर करने वाली, खतरनाक ताकत है और इज़राइल पर आज का हमला इस तथ्य को और अधिक प्रदर्शित करता है. इसके साध ही उन्होंने कहा, “ईरान न केवल इजराइल के लिए खतरा है, बल्कि क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों, अमेरिकी हितों और पूरे क्षेत्र में ईरान के हाथों पीड़ित निर्दोष नागरिकों के लिए भी खतरा है. हम अमेरिकी बलों की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे .”