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J-K: कश्मीरियों ने दी पनाह, अमेरिकी M-4 कार्बाइन से हमला… कठुआ में आतंकियों की कायराना हरकत पर सनसनीखेज खुलासा

आतंकियों ने सेना के काफिले पर किया था हमला

Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. यहां सोमवार (8 जुलाई) को कठुआ के बदनोटा इलाके में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए, जबकि पांच घायल हुए हैं. इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नामक आतंकी संगठन ने ली है. वहीं सुरक्षाबलों का आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है. इस बीच सेना के सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने इस हमले को अंजाम देने से पहले इलाके की रेकी की थी. वे एडवांस हथियारों से लैस हैं और हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करके भारत में आए थे.

बता दें कि आतंकियों ने भारतीय सेना के काफिले पर ऐसे समय पर हमला किया, जब जवान बदनोटा में तलाशी अभियान चला रहे थे. सेना के सूत्रों का कहना है कि बदनोटा गांव में रोड कनेक्टिविटी सही नहीं है. यहां दस से पंद्रह किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा की रफ्तार पर वाहन नहीं चला सकते. कच्ची सड़क होने के कारण से सेना के वाहन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे. दो से तीन आतंकी और कुछ स्थानीय गाइड पहाड़ियों के ऊपर थे. आंतकियों ने पहले सेना के वाहनों पर ग्रेनेड फेंके और फिर फायरिंग शुरू कर दी.

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सूत्रों का कहना है कि इलाके में रेकी के लिए स्थानीय गाइडों ने आतंकियों की मदद की थी. इन गाइडों ने आतंकियों को अपने घरों में पनाह दी थी. इतना ही नहीं हमले को अंजाम देने के बाद इन लोगों ने आतंकियों की छिपने में मदद भी की थी. सूत्रों की मानें तो आतंकियों के पास अमेरिका में बने M4 कार्बाइन राइफल, एक्सप्लोसिव डिवाइस और अन्य हथियार हैं.

इस संगठन ने ली जिम्मेदारी

कठुआ हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नामक आतंकी संगठन ने ली है. इसने पत्र जारी कर इस हमले की जिम्मदारी ली है. पत्र में लिखा है कि मुजाहिदीन ने ग्रेनेड और स्नाइपर राइफलों का इस्तेमाल किया. हमले के बाद मुजाहिदीन सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे.

रक्षा मंत्री ने कही ये बात

उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, “मैं बदनोटा, कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों के मारे जाने से बहुत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है, राष्ट्र इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है. आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ हैं. मैं इस नृशंस आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”

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