Jharkhand Floor Test: झारखंड की राजनीति में आज सबसे बड़ा सियासी संकट टल गया है. नवनियुक्त मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सदन में आज फ्लोर टेस्ट जीत लिया. फ्लोर टेस्ट के दौरान चंपई सोरेन की सरकार के समर्थन में 47 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े. इस फ्लोर टेस्ट के दौरान ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद थे.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election-2024: NDA के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी मायावती? योगी के मंत्री के बयान के बाद अटकलें तेज
इसके पहले, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए बड़ा दावा किया. सोरेन ने कहा, “यह झारखंड है, यह देश का एक ऐसा राज्य है जहां हर कोने में आदिवासी-दलित वर्गों से अनगिनत सिपाहियों ने अपनी कुर्बानी दी है. ED-CBI-IT जिन्हें देश के विशेष और काफी संवेदनशील व्यवस्थाएं कहीं जाती हैं. जहां करोड़ों रुपए डकार कर इनके सहयोगी विदेश में जा बैठे हैं, उनका एक बाल बांका करने की इनके पास औकात नहीं है.”
Breaking News : झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने 47 विधायकों के समर्थन के बाद फ्लोर टेस्ट जीत लिया. विपक्ष में 29 विधायक रहे. @ChampaiSoren @HemantSorenJMM @JmmJharkhand #ChampaiSoren #HemantSoren #JharkhandFloorTest #JharkhandPolitics #JMM… pic.twitter.com/cQXstLULcV
— Vistaar News (@VistaarNews) February 5, 2024
जमकर बरसे हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने कहा कि इनके पास औकात है तो देश के आदिवासी दलित-पिछड़ों और बेगुनाहों पर अत्याचार करना. अगर है हिम्मत तो सदन में कागज पटक कर दिखाए कि यह साढ़े 8 एकड़ की ज़मीन हेमंत सोरेन के नाम पर है, अगर हुआ तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा.
बताते चलें कि 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही चंपई सोरेन ने विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. दावा पेश करते हुए उन्होंने 43 विधायकों की ओर से साइन किया हुआ समर्थन पत्र भी सौंपा था. इसके बाद 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने 2 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.