Jharkhand News: झारखंड में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है. अब पूर्व सीएम हेमंत सोरेने की भाभी सीता सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दे दिया है. बीते लंबे वक्त से परिवार के बीच की सियासी जंग अब खुलकर सामने आ गई है. इन राजनीति घटनाक्रम के कारण फिर से राज्य में सियासी संकट खड़ा होने की संभावना है. सीता सोरेन ने जेएमएम से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी ज्वाइन कर ली.
दरअसल, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने बीते महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफा देने के बाद राज्य में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. पहले मुख्यमंत्री पद के लिए सियासी बयानबाजी में भी सीता सोरेन के बयान काफी सुर्खियों में रहे थे. इसके बाद चंपई सोरेन का मुख्यमंत्री बनाया गया. लेकिन अब पार्टी का यह फैसला भी गठबंधन की सरकार को रास नहीं आ रहा है.
बीते दिनों सरकार बनने के बाद कांग्रेस के विधायकों के बीच तकरार हुई और मामला दिल्ली पहुंच गया. पार्टी के चार विधायकों को चंपई सरकार में मंत्री बनाया गया था. लेकिन उसके बाद बाकी 12 विधायक नाराज हो गए. लेकिन जब मामला हाईकमान के पास पहुंचे तब जाकर सुलह का फॉर्मूला निकाला. लेकिन अब सीता सोरेन के इस्तीफे से नया सियासी संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने अपने विधायक की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.
झारखंड की सियासत में नया टर्निंग प्वाइंट
गौरतलब है कि सीता सोरेन का इस्तीफा ऐसे वक्त में हुआ है जब लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं. लेकिन इसी बीच झारखंड की सियासत में नया टर्निंग प्वाइंट आ गया है. हालांकि अभी सीता सोरेन ने अपनी आगे की रणनीति का खुलासा नहीं किया है.
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उनके इस्तीफे पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘कल्पना जी अभी नौसिखिया हैं. वह खुद कंफ्यूज हैं कि वह लोकसभा चुनाव लड़ें या मुख्यमंत्री बनें. इसी वजह से सीता सोरेन के लिए एक संकट खड़ा हो गया था. मैंने तो पहले ही कहा था कि चंपई सोरेन एक एक्सिडेंटल सीएम हैं. अब मुझे लगता है कि एक्सिडेंट हो ही जाएगा.’