Hemant Soren: ‘कहते हैं राहें कितनी भी हो मुश्किल…
अगर साथ तुम्हारा हो…
तो हर कठिन राह भी आसान हो जाये…’
कुछ ऐसा ही साथ है कल्पना और हेमंत सोरेन का… दोनों एक-दूसरे की परछाई की तरह साथ हैं. कितनी भी मुश्किलें आईं. लेकिन कल्पना ने कभी हेमंत सोरेन का साथ नहीं छोड़ा. आज मुश्किल वक्त में भी वो उनके साथ मजबूती से खड़ी हुई हैं. इस मोहब्बत की कहानी की शुरुआत होती है साल 2006 से, जब हेमंत सोरेन और कल्पना की शादी हुई.
ओडिशा की रहने वाली कल्पना सोरेन के साथ जब हेमंत सोरेन की शादी हुई तो शिबू सोरेन केंद्र सरकार में कोयला मंत्री थे. फैमिली फंक्शन में उन्होंने पहली ही नजर में ही शिबू सोरेन ने कल्पना को बहू मान लिया था. उन्होंने घर आकर अपनी पत्नी के साथ चर्चा की और फिर अपने बेटे हेमंत सोरेन को शादी के लिए मना लिया.
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Rose Day पर अरेंज्ड मैरिज
झारखंड के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में जन्मे हेमंत सोरेन की अरेंज्ड मैरिज हुई. इनकी लाइफ में वैलेंटाइन वीक काफी अहम है. कल्पना और हेमंत सोरेन की शादी वैलेंटाइन वीक यानी रोज़ डे पर 7 फरवरी 2006 को हुई थी. आज इनकी शादी को 19 साल होने को आए हैं. लेकिन कल्पना और हेमंत सोरेन ने अपनी शादी की सालगिरह कभी सेलिब्रेट नहीं की.
धार्मिक स्थल पर सेलिब्रेट करते हैं एनिवर्सरी
हेमंत सोरेन अपनी शादी की सालगिरह के मौके पर हर साल किसी धार्मिक स्थल जरूर जाते हैं. बीते साल वो अमृतसर के स्वर्ण मंदिर गए थे. पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जब भी मौका मिलता है, तो पत्नी और बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए देशभर के विभिन्न हिस्सों में स्थित पर्यटक स्थल पहुंचते हैं.
कल्पना सोरेन ने घर में कदम रखते हेमंत सोरेन की बदली किस्मत
पांच दशक से अधिक समय से राजनीतिक तौर बेहद सक्रिय परिवार में कल्पना सोरेन खुद राजनीति में सक्रिय नहीं है. लेकिन घर में कदम रखते हुए हेमंत सोरेन की तकदीर बदलने का दौर शुरू हो गया. शादी के बाद 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को पहली बार संसदीय राजनीति में सफलता मिली. इसके बाद से वे लगातार सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते गए. पहले बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बने, फिर बीजेपी से अलग होकर यूपीए के साथ मिलकर सरकार बनाई. वर्ष 2014 के चुनाव में वे नेता प्रतिपक्ष बने. लेकिन 2019 में फिर उनकी सत्ता में वापसी हुई और फिर झारखंड के मुख्यमंत्री बनें. आज भले ही उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा हो और हेमंत सोरेन ने सत्ता गवां दी हो, लेकिन उनकी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन आज भी उनकी ताकत बनकर खड़ी हैं.