Kamal Nath: कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ शनिवार को इन खबरों के बीच दिल्ली पहुंचे कि वह BJP में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, प्रभावशाली ‘गांधी परिवार’ के बाद सबसे बड़े कांग्रेस नेताओं में से एक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कमल के साथ जाने की पुष्टि नहीं की है. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया है. आइये जानते हैं कांग्रेस से नाराज क्यों हैं ‘इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे’?
कमलनाथ के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची-सज्जन सिंह वर्मा
कमलनाथ के करीबी सज्जन सिंह वर्मा ने संकेत दिया कि उनके बॉस का अपमान किया गया है. समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कमलनाथ के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा, “राजनीति में तीन चीजें मान, अपमान और स्वाभिमान काम करती हैं,जब इन पर चोट लगती है तो इंसान अपने फैसले बदल लेता है.” सज्जन सिंह वर्मा ने इशारा किया है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कमल नाथ के पूरी तरह से कांग्रेस छोड़ने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
कमलनाथ पर अब तक की सबसे बड़ी खबर, 25 विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं कमलनाथ. मध्य प्रदेश की राजनीति बदलने वाली खबर विस्तार न्यूज़ संवाददाता @Adarshsinghpara विस्तार से बता रहे हैं.@OfficeOfKNath @NakulKNath#kamalnath #jitupatwari #Congress #mpnews #VistaarNews pic.twitter.com/KpEWzkjh2a
— Vistaar News (@VistaarNews) February 17, 2024
राज्यसभा सीट की थी चाहत!
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था. इस बात से कमलनाथ नाराज थे. इसके बाद से ही नाथ बीजेपी नेताओं से संपर्क में थे. उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया और राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेता भी नहीं बनाया गया. इतना ही नहीं राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से भी कमलनाथ नाराज थे. अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह का वफादार माना जाता है. कहा ये भी जा रहा है कि कमलनाथ को राज्यसभा सीट की चाहत थी.
कांग्रेस ने की कमलनाथ को मनाने की कोशिश
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ को इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा कहकर शांत करने की कोशिश की है. कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा, “पहली बार जब कमलनाथ ने चुनाव लड़ा था, तब इंदिरा गांधी ने कहा था कि कमल नाथ उनके तीसरे बेटे हैं. अपने 45 साल के राजनीतिक सफर में वो हमारे अच्छे और बुरे दोनों समय में साथ काम करते रहे हैं.” उन्होंने कहा, “मुझे अभी भी याद है जब सिंधिया ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरा दी थी, तो सभी कांग्रेस कार्यकर्ता कमलनाथ के नेतृत्व और विचारधारा के साथ खड़े थे.जो अटकलें लगाई जा रही हैं, वे निराधार हैं.क्या आप बता सकते हैं कि इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा कांग्रेस छोड़ रहा है?
यह भी पढ़ें: सोने की छड़ें, पत्थर के आभूषण, लेकिन खुद कभी नहीं खरीदी कार…पिता कमलनाथ से भी ज्यादा अमीर हैं नकुलनाथ
दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि उन्होंने शुक्रवार रात को कमल नाथ से बात की थी. दिग्विजय ने कहा, “जिस व्यक्ति ने अपना राजनीतिक करियर नेहरू-गांधी परिवार से शुरू किया और जब जनता पार्टी और तत्कालीन केंद्र सरकार इंदिरा गांधी को जेल भेज रही थी, तब एक साथ खड़ा था. आप उस व्यक्ति से कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी के परिवार को छोड़ देगा? आपको इसकी उम्मीद नहीं करनी चाहिए.”