Lok Sabha Election 2024: ओडिशा में बीजू जनता दल और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जारी बातचीत का नतीजा अभी भी साफ नहीं हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों पार्टियों के बीच कड़ी सौदेबाजी की बात कही जा रही है. खासकर विधानसभा सीटों पर भी, क्योंकि राज्य में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के भी चुनाव होने हैं. नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी राज्य के कुल 147 विधानसभा सीटों में से कम से कम 100 सीटें की मांग की है. जबकि लोकसभा के लिए इस बात पर सहमति बनी है कि भाजपा दो-तिहाई सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
सीट बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा के लिए इस सप्ताह के शुरुआत में दिल्ली गए बीजू जनता दल के नेता वी के पांडियन और प्रणब प्रकाश दास शुक्रवार को भुवनेश्वर लौट आए. ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल समेत पार्टी के नेता भी शाम को ओडिशा वापस आ गए हैं. हालांकि इससे पहले पार्टी ने उन्हें दिल्ली नहीं छोड़ने के लिए कहा था.
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BJD की मांग पर समहत नहीं बीजेपी नेता
सूत्रों से मिली जानकारी में कहा गया है कि बीजेडी द्वारा विधानसभा सीटों में बड़ी हिस्सेदारी का दावा करने से भाजपा नेता सहमत नहीं हैं. बीजू जनता दल द्वारा मांग की गई विधानसभा सीटों को देखते हुए बीजेपी नेताओं की यह चाहत है कि दोनों दलों के बीच वही व्यवस्था रखा जाए जो 2000-09 में थी. बता दें कि इस दौरान बीजेडी के पास 84 तो बीजेपी के पास 63 सीटें थी.
केंद्रीय नेताओं के समझाने की कोशिश
राज्य के भाजपा नेता पार्टी के केंद्रीय नेताओं को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के खिलाफ जमीन पर मजबूत सत्ता विरोधी लहर है और भाजपा यहां भी अच्छा प्रदर्शन करेगी. इसलिए, राज्य के नेताओं ने कहना है कि पहले गठबंधन में चुनाव लड़ना और फिर 50 से कम विधानसभा सीटों पर सहमत होना पार्टी के लिए नुकसान का सौदा होगा.
केंद्रीय नेतृत्व का लेगा आखिरी फैसला
दिल्ली से भुवनेश्वर पहुंचे मनमोहन सामल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, गठबंधन और भाजपा पर कोई चर्चा नहीं हुई है. राज्य भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि हम अपने आप लड़ेंगे. हम पार्टी आलाकमान के साथ अपनी चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के लिए दिल्ली गए थे. जहां बैठक में केंद्र के साथ-साथ ओडिशा में सरकार बनाने की तैयारियों पर चर्चा हुई. भाजपा ओडिशा इकाई के उपाध्यक्ष पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि राज्य के नेताओं का मानना है कि अगर पार्टी अकेले लड़ेगी तो बेहतर प्रदर्शन करेगी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, वे उसे स्वीकार करेंगे. इन सब के बीच सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय भाजपा नेताओं और बीजेडी के साथ कई दौर की चर्चा हुई. दोनों दलों के बीच गठबंधन और सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है.
विधानसभा चुनाव में कोई समझौता नहीं
बीजेडी के एक सूत्र ने कहा कि लोकसभा के लिए दोनों पार्टी लगभग इस बात पर सहमत हैं कि भाजपा 21 में से 14 सीटों पर लड़ेगी, और बीजेडी 7 सीटों पर चुनाव लडेगी. भुवनेश्वर और पुरी लोकसभा सीटों को लेकर दोनों दल के बीच अनबन की बात सामने आ रही है, लेकिन इन्हें सुलझाया जा सकता है. लेकिन, विधानसभा चुनावों पर कोई समझौता नहीं होगा.