Vistaar NEWS

Kolkata Rape Murder Case: संदीप घोष समेत 7 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू, लाई डिटेक्टर से खुलेंगे राज

Kolkata Rape Murder Case

Kolkata Rape Murder Case

Kolkata Rape Murder Case: CBI ने कोलकाता बलात्कार और हत्या मामले से जुड़े संदीप घोष समेत 7 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू कर दिया है. इस मामले में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का अर्धनग्न शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनल हॉल में मिला था. इन नामों में संस्थान के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का नाम भी शामिल है, जिनसे सीबीआई ने लगातार आठ दिनों में 100 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की है. इससे पहले आज, वे नौवें दिन पूछताछ के लिए सीबीआई के समक्ष पेश हुए. सीबीआई पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, मुख्य आरोपी संजय रॉय, संजय रॉय के करीबी नागरिक स्वयंसेवक और अस्पताल के चार कर्मचारियों, सौमित्र (इंटर्न डॉक्टर) का लाई डिटेक्टर टेस्ट कर रही है.

पीड़िता के साथ खाना खाने वालों का भी हो रहा है टेस्ट

अर्का (इंटर्न डॉक्टर), सुवदीप (इंटर्न डॉक्टर) और गुलाम (हाउस स्टाफ डॉक्टर) ने घटना की रात पीड़िता के साथ खाना खाया था. संजय रॉय का परीक्षण जेल में किया जा रहा है, जबकि छह अन्य कोलकाता में CBI कार्यालय में परीक्षण करवा रहे हैं. कोलकाता की एक अदालत ने गुरुवार को सीबीआई को पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति दे दी है.

मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट सीबीआई ने पहले स्थानीय अदालत से संजय रॉय पर पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति प्राप्त की थी. केंद्रीय एजेंसी को आरोपी पर पॉलीग्राफ टेस्ट करने के लिए स्थानीय अदालत से मंजूरी मिली, उसके कुछ दिनों बाद ही उस पर मनोविश्लेषण परीक्षण किया गया था. इससे पहले, दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) के मनोवैज्ञानिक और व्यवहार विश्लेषकों की एक टीम ने भी रॉय पर आवश्यक परीक्षण किए थे.

यह भी पढ़ें: कभी लालू के बेहद करीबी रहे श्याम रजक, अब दूसरी बार RJD से टूटा रिश्ता, फिर से JDU में वापसी की अटकलें तेज

कोलकाता बलात्कार-हत्या मामला

9 अगस्त को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. बाद में 32 वर्षीय महिला का अर्ध-नग्न शव कोलकाता के सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया. अगले दिन अपराध के सिलसिले में संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का आदेश दिया.

Exit mobile version