Electoral Bonds: अब समाप्त हो चुके चुनावी बांड के माध्यम से राजनीतिक दलों को हजारों करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट चंदा भले ही सुर्खियों में आ गया हो, लेकिन ऐसे 1,000 रुपये के 132 बांड भी थे, जो व्यक्तियों और कंपनियों द्वारा खरीदे गए थे, जिनमें दिग्गज कंपनियां भी शामिल थीं. चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, बीजेपी को 2019 से कुल दान का 50% से अधिक मिला है.
एक तरफ लोगों की नजर उन बड़े दानदाताओं पर है जिन्होंने राजनीतिक दलों को करोड़ों में धन दिया है, वहीं योगदान की सूची में 132 एंट्री ऐसी हैं, जिन्होंने राजनीतिक दलों को 1000 रुपये चंदे के रूप में दिया है. उन्हीं 132 में 8 ऐसे व्यक्ति भी हैं जिन्होंने खुद से अलग-अलग पार्टियों को 1000 रुपये का चंदा दिया है. अब सोशल मीडिया पर 1000 रुपये के दान दाता की चर्चा है.
इतना ही नहीं कुछ बड़ी कंपनियां भी हैं जिन्होंने केवल 1000 रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे. आईटीसी कंपनी ने प्रत्येक को 1,000 रुपये के 15 दान दिए. एसबीआई ने जो डेटा चुनाव आयोग को सौंपा है उसमें 8 लोग ऐसे भी थे जिन्होंने केवल 1,000 रुपये का दान दिया.
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ये हैं 8 लोगों के नाम जिन्होंने राजनीतिक दलों को ₹1,000 दान किए:
पूनम अग्रवाल
एन राममूर्ति
पवन अग्रवाल
दामिनी नाथ
अरविंद एस
अंकुर सिंघल
समीर भाटिया
कुणाल गुप्ता
बताते चलें कि साल 2018 के बाद से अभी तक भाजपा को सबसे ज्यादा 6986.5 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा मिला है. टीएमसी दूसरे स्थान पर है और इसे 1396.94 करोड़ रुपये का बॉन्ड्स मिला है, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को 1334.35 करोड़ रुपये के बॉन्ड्स मिले हैं.