Loan App: देश में लोन ऐप के जाल में फंसाने के मामले बीते दिनों के दौरान तेजी से बढ़े हैं. इसमें फंसकर कई लोगों ने आत्महत्या की है. लोन के जाल में फंसाने वालों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए अब केंद्र सरकार एक्शन लेने का विचार कर रही है. केंद्र सरकार अब जल्द ही ऑनलाइन ऐप के जरिए लोन बांटने वालों पर सख्त कानून लाने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसके संकेत दिए हैं.
वित्त मंत्री द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक समेत अन्य फाइनेंशियल रेग्युलेटर्स को इनसे निपटने के लिए जरूरी निर्देश दिए हैं. वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद की बीते 28वीं बैठक बुधवार को हुई थी. इस बैठक में लोन ऐप के तेजी से बढ़ रहे जाल पर गहनता से विचार विमर्श किया गया है.
बुधवार को हुई बैठक में वित्त मंत्री ने सभी से ऑनलाइन ऐप के जरिए दिए जा रहे लोन पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ऐप द्वारा फैलाए जा रहे जाल से बाहर निकलने के लिए अतिरिक्त कदम उठाते हुए सख्ती के एक्शन लेने का निर्देश दिया है.
क्या है इंस्टेंट लोन ऐप?
बीते साल के दौरान देश में ऑनलाइन ऐप के जरिए लोन देने वाली कंपनियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. कई ऐसी कंपनियां हैं जो ग्राहकों को इंस्टेंट लोन ऐप की सुविधा देती हैं. यानी ये कंपनियां इच्छूक व्यक्ति को तुरंत लोन दे सकती हैं. देश में बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां ऐसी करती हैं. हालांकि पहले लोन लेने में काफी समय लगता था और काफी कागजी कार्रवाई से होकर गुजरना पड़ता था.
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बता दें कि बीते दिनों में ऐप के जरिए लोन देने वालों में कुछ फर्जी ऐप का भी खुलासा हुआ है. इन ऐप के जरिए लोग फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं. बीते संसद के सत्र में इससे जुड़े एक प्रश्न का जवाब वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड ने दिया था. तब उन्होंने बताया था कि गूगल ने एक साल में अपने प्ले-स्टोर के जरिए 2,200 फर्जी लोन ऐप को हटा चुका है.