Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव-2024 में तीसरी बार केंद्र में सत्तारूढ़ होने के लिए बीजेपी कोई कसर छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. पहले दिल्ली के भारत मंडपम में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन और अब सुबह 4 बजे तक चली पार्टी मीटिंग से लग रहा है कि बीजेपी फुल चुनावी मोड में है. गुरुवार देर रात तक पीएम मोदी अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करते रहे. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की इस बैठक में 100 लोकसभा उम्मीदवारों के नामों को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है. पहली सूची कभी भी जारी हो सकती है.
इन राज्यों को लेकर बैठक में चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, इस लिस्ट में कई हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जैसे कि वाराणसी से पीएम मोदी, गुजरात के गांधीनगर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ उन ‘कमजोर’ सीटों पर जहां पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में हार गई थी. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी CEC की बैठक में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, असम, केरल, दिल्ली और तेलंगाना के उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई है. खबर ये भी है कि इस बार कई मौजूदा सांसदों का पत्ता भी कटने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने करीब 100 सासंदों की एक लिस्ट तैयार की है.
वहीं राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री भी इस बार लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं . इसमें केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन शामिल हैं.
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नए चेहरों पर बीजेपी का फोकस
राजनीतिक पंडितों की मानें तो बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में नए चेहरों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं. खबर ये भी है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में TMC नेता और बॉलीवुड के दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा का मुकाबला करने के लिए भोजपुरी स्टार पवन सिंह को मैदान में उतार सकती है. वहीं इस बार पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अक्षय कुमार के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है.
हाल ही में अमित शाह, जेपी नड्डा और सीएम योगी सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने कमजोर सीटों पर चर्चा के लिए एक बैठक की थी. इसमें ‘मिशन 400’ तक पहुंचने के लिए पिछले चुनाव में हारी हुई सीटों पर फोकस किया गया. बीजेपी इस बार उन हारी हुई सीटों को जीतने के लिए अपने कई मंत्रियों और नेताओं को जिम्मेदारी दी है.
परदे के पीछे तैयार हो रही है लिस्ट: सूत्र
सूत्रों ने बताया कि पहली सूची तैयार करने के पीछे बहुत काम करना पड़ा, जिसमें जनता से फीडबैक लेना भी शामिल है. जनता से बीजेपी ने नमो ऐप पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के सांसदों के बारे में अपनी प्रतिक्रिया देने और अपने क्षेत्र के तीन सबसे लोकप्रिय बीजेपी नेताओं के बारे में बताने के लिए कहा था. बीजेपी सांसदों से पिछले दो साल में उनके क्षेत्र में किए गए काम की रिपोर्ट मांगी गई है. हर संसदीय क्षेत्र पर रिपोर्ट देने के लिए सर्वेक्षण एजेंसियों को लगाया गया था.
इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के हर संसदीय क्षेत्र में मंत्रियों को सांसदों द्वारा किए गए कार्यों पर रिपोर्ट इकट्ठा करने के लिए कहा गया था. फिर, मंत्रियों और पार्टी संगठन समिति से प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा राज्य चुनाव समिति द्वारा की गई. राज्य स्तरीय बैठकों में प्रत्येक संसदीय सीट के लिए नामों की सूची तैयार की गई.
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी की रणनीति यह देखना है कि प्रत्येक सीट पर किसके जीतने की संभावना सबसे ज्यादा है. यदि यह उम्मीदवार किसी दूसरे पार्टी से है, तो पार्टी का उद्देश्य उस व्यक्ति को अपने पाले में लाना होगा. इसके लिए राज्य और केंद्र स्तर पर समितियां गठित की गई हैं.
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करीब 100 सांसदों का कट सकता है टिकट!
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी की अध्यक्षता में सीईसी की अंतिम बैठक 3 मार्च को होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि जिन सांसदों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, उनका टिकट बिना किसी हिचकिचाहट के काटा जा सकता है. उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ मंत्रियों के टिकट भी काटे जाने की चर्चा है. साथ ही कम से कम 50-60 सांसदों के टिकट भी कटने की संभावना है. नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि ओबीसी सांसदों के टिकट रद्द होने की उम्मीद नहीं है.