Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच सूरत से बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने के बाद वह निर्विरोध सदस्य चुन लिए गए. इसके बाद सूरत के कलेक्टर और रिटर्निंग ऑफिसर ने बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल विजेता घोषित किया. यह खबर सामने आए ही सियासी हलचल तेज हो गई. इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का क्रम भी शुरू हो गया है.
लेकिन इस आरोप प्रत्याशी के बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर इतिहास तथ्यों के साथ अपने विरोधियों को जवाब दिया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा- ‘सूरत में पहली बार नहीं है कि कोई उम्मीदवार संसद के लिए निर्विरोध चुना गया है. आजादी के बाद से आम चुनावों और उपचुनावों में 35 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं.’
35 में से आधे से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस- हरदीप सिंह पुरी
केंद्रीय मंत्री ने अपने पोस्ट में आगे लिखा- ‘इस बार सूरत में मुकेश दलाल के निर्विरोध चुनाव जीतने पर एक और गलत शोधपूर्ण टिप्पणी के साथ, ‘युवा’ और महत्वाकांक्षी कांग्रेस नेता अपने प्रसिद्ध उपनाम पर कायम हैं. लोकतंत्र में उनका विश्वास तब और मजबूत होगा जब उन्हें पता चलेगा कि 35 में से आधे से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी से थे.’
उन्होंने आगे लिखा- ‘साजिश के सिद्धांतों में कांग्रेस का विश्वास तब हिल जाएगा जब उन्हें पता चलेगा कि इस सूची में 1980 में उनके गठबंधन सहयोगियों फारूक अब्दुल्ला और 2012 में डिंपल यादव भी शामिल हैं. भारत के संविधान पर उनका डर इस बात का सबूत है कि इतिहास के एक सबक से उन्हें कोई नुकसान नहीं होता है.’
Surat is not the first time that a candidate has been elected unopposed to Parliament.
35 candidates have been elected unopposed in general elections & bypolls since independence.With yet another ill-researched comment, this time on the unopposed election of Sh Mukesh Dalal Ji… pic.twitter.com/rrQ2B3X1Bo
— Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) April 23, 2024
हरदीप सिंह पुरी ने लिखा- ‘इसका विलाप किसी को और कहना चाहिए क्योंकि उन्होंने स्पष्ट रूप से दक्षिण गोवा से INDIA गठबंधन के उम्मीदवार कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस के बारे में नहीं सुना है, जो यह कहते हुए गोवा के लोगों के लिए दोहरी नागरिकता की मांग कर रहे हैं कि संविधान उन पर थोपा गया है.’
क्या बोले बीजेपी उम्मीदवार
वहीं दूसरी ओर मुकेश दलाल की जीत के बाद गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा- ‘मुकेश दलाल को निर्विरोध निर्वाचित होने पर बधाई.’ जबकि दूसरी ओर मुकेश दलाल ने जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के बीजेपी प्रभारी सीआर पाटिल को धन्यवाद दिया.
लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस ने उनकी जीत पर सवाल खड़ किए हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा- ‘तानाशाह की असली ‘सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है. जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है.’
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा- ‘मैं एक बार फिर कह रहा हूं – यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है.’ जबकि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने लिखा- ‘सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया है. कारण “तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी” बताया गया है.’
कांग्रेस बिना उम्मीदवार के रह गई- जयराम रमेश
कांग्रेस नेता ने कहा- ‘कुछ इसी तरह का कारण बताकर अधिकारियों ने सूरत से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को खारिज कर दिया. कांग्रेस पार्टी बिना उम्मीदवार के रह गई है. बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.’
जयराम रमेश ने कहा- ‘7 मई 2024 को मतदान से लगभग दो सप्ताह पहले ही 22 अप्रैल, 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार को “निर्विरोध” जिता दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी के अन्याय काल में MSME मालिकों और व्यवसायियों की परेशानियों एवं गुस्से को देखते हुए भाजपा इतनी बुरी तरह से डर गई है कि वह सूरत लोकसभा के “मैच को फ़िक्स” करने का प्रयास कर रही है.’