Lok Sabha Polls 2024: समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. ठीक दो दिन पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी में हम कांग्रेस को 11 सीट देने के लिए तैयार हैं. हमारे बीच बातचीत भी हो गई है. हालांकि, कांग्रेस के किसी भी नेता ने इस पर सहमति नहीं जताई. अब सवाल उठता है कि जिस ‘इंडिया गठबंधन’ में अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हो सका है. वहीं इंडिया ब्लॉक का हिस्सा रहते हुए भी अखिलेश ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में उम्मीदवारों की पहली सूची कैसे जारी कर दी? क्या अखिलेश यादव भी अब ममता बनर्जी और भगवंत मान की राह पर चल पड़े हैं? क्या बनने से पहले ही इंडिया गठबंधन का हाल बेहाल होने वाला है? आइये यहां इन सारे सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं.
16 नामों वाली एसपी की लिस्ट
सबसे पहले एसपी की लिस्ट पर बात कर लेते हैं. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची में 16 नाम हैं. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी से, शफीकुर रहमान बर्क को संभल से और रविदास मेहरोत्रा को लखनऊ से मैदान में उतारा है. 93 साल के शफीकुर रहमान बर्क सबसे उम्रदराज सांसदों में से एक हैं. इतना ही नहीं संभल सीट से बर्क 5 बार के सांसद भी हैं.
डिंपल यादव दिसंबर 2022 से मैनपुरी से सांसद हैं. उन्होंने उपचुनाव में बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य को 2,88,461 वोटों के अंतर से हराया था. इससे पहले, वह उत्तर प्रदेश के कन्नौज से दो बार लोकसभा सांसद रहीं. डिंपल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश की पत्नी हैं. सपा का गढ़ माने जाने वाले मैनपुरी पर इसके संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कब्जा था और 10 अक्टूबर, 2022 को उनकी मृत्यु के बाद यह सीट खाली हुआ था. वहीं अक्षय यादव को फिरोजाबाद से जबकि शिवशकर सिंह पटेल को बांदा से मैदान में उतारा गया है.
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कांग्रेस के प्रदर्शन से चिंतित अखिलेश!
बता दें कि लोकसभा 2019 में सपा ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था. उसके पास तीन सांसद हैं जबकि बसपा के पास 10 सांसद हैं. वहीं रायबरेली सीट से सोनिया गांधी राज्य से एकमात्र कांग्रेस सांसद हैं. अखिलेश कहीं न कहीं इस वजह से भी कांग्रेस को ज्यादा सीट देने से इनकार किया है. हाल ही में मध्य प्रदेस चुनाव के दौरान अखिलेश और कांग्रेस नेताओं के बीच तल्खी भी देखी गई थी. इसके बाद अखिलेश ने कह दिया था कि यूपी में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सपा करेगी. और अब सपा बिना गठबंधन सहयोगियों के राय विचार से उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं!
इंडिया गठबंधन का क्या होगा?
बता दें कि 19 जनवरी को, एसपी और आरएलडी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने गठबंधन की घोषणा की थी. सपा ने आरएलडी के लिए पश्चिमी यूपी में 7 सीटें छोड़ने की बात कही थी. वहीं सपा ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 11 सीटें देने की पेशकश की है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि राज्य में उनके “गठबंधन” की अच्छी शुरुआत हो रही है. अब सवाल ये भी उठता है कि एक तरफ तो अखिलेश कह रहे हैं कि राज्य में गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है, वहीं दूसरी ओर बिना गठबंधन सदस्यों से पूछताछ के उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर रहे हैं? ऐसे विपक्षी दलों के इस इंडिया गठबंधन का क्या होगा?
बता दें कि कांग्रेस और सपा दोनों INDIA गठबंधन के सदस्य हैं. अखिलेश यादव ने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा था, “कांग्रेस के साथ हमारा सौहार्दपूर्ण गठबंधन 11 मजबूत सीटों के साथ अच्छी शुरुआत कर रहा है. यह रुझान जीत के समीकरण के साथ आगे बढ़ेगा. ‘इंडिया’ टीम और ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्याक) रणनीति इतिहास बदल देगी.”