Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी में महा विकास अघाड़ी (MVA) में मची घमासान ने सियासी रंगत को और रोचक बना दिया है. उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) की ओर से मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा की मांग उठाई गई है, वहीं शरद पवार की एनसीपी ने इस पर साफ इनकार कर दिया है. इस बीच, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने अपने बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा है कि अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस से होगा. उन्होंने कहा, “मैं सभी से आग्रह करता हूं कि हम एकजुट होकर काम करें. मुझे पूरा भरोसा है कि अगला मुख्यमंत्री महा विकास अघाड़ी से आएगा और वह कांग्रेस का होगा. हमें इसे हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.”
शिवसेना और एनसीपी की चुप्पी
यह बयान इसलिए भी खास है क्योंकि इससे पहले एमवीए की तीनों पार्टियों ने यह स्पष्ट किया था कि वे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम नहीं बताएंगे. थोराट का यह बयान पहली बार है जब गठबंधन के किसी वरिष्ठ नेता ने खुलकर कहा है कि अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा. हालांकि, इस पर अन्य दो सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि राहुल गांधी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा बढ़ी है और वह नरेंद्र मोदी और आरएसएस को चुनौती देने वाले प्रमुख नेता हैं.
अपने दावों को लेकर गंभीर है कांग्रेस
इन तमाम बयानबाजी के बीच, राजनीतिक जानकार मानते हैं कि चुनावी समर में सियासी रणनीतियों का खेल बेहद महत्वपूर्ण होगा. हर दल अपने-अपने हितों की रक्षा के लिए कदम उठा रहा है, और मुख्यमंत्री चेहरे की बहस इस दिशा में एक अहम पड़ाव है. क्या यह महा विकास अघाड़ी की अंदरूनी कलह के संकेत है, या यह सिर्फ चुनावी प्रचार का हिस्सा है? समय बताएगा. लेकिन इस बहस ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस अपने दावों को लेकर गंभीर है और वह आगामी चुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.