Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और इंडिया ब्लॉक के बीच सीधा मुकाबला होगा. लेकिन, जोर-आजमाइश से पहले ही एनडीए की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) को तगड़ा झटका लग गया है. पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं ने अजित पवार का साथ छोड़ दिया है.
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) की पिंपरी-चिंचवाड़ यूनिट के प्रमुख अजित गवाहाने, पिंपरी-चिंचवाड़ छात्र विंग के प्रमुख यश साने, पूर्व पार्षद राहुल भोसले और पंकज भालेकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. संभावना जताई जा रही है कि ये सभी शरद पवार गुट में शामिल हो सकते हैं.
फिर होगा NDA बनाम INDIA
महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच सीधा मुकाबला होगा. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया था, लेकिन आंतरिक संघर्ष के कारण शिवसेना अलग हो गई थी. इसके बाद शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी नाम का एक नया गठबंधन बनाया और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री बने.
वहीं, 2022 में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत कर ली. उन्होंने अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर भाजपा के साथ सरकार बनाई और नए मुख्यमंत्री बने. इसके बाद 2023 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अजित पवार गुट भी सरकार में शामिल हो गया. इसी के साथ शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बंटवारा भी हो गया. एक ओर जहां शिंदे को शिवसेना और अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मिली तो दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे ने ‘शिवसेना (यूबीटी)’ और शरद पवार ने ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार’ के नाम से नई पार्टी बनाई. एनडीए में शिंदे और अजित हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक में ठाकरे और शरद पवार हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 में क्या हुआ?
महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. यहां कांग्रेस को 13, बीजेपी को 9, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को 9, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरदचंद्र पवार को 8, शिवसेना (शिंदे गुट) को 7, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) को एक और अन्य को एक सीट मिली है. बता दें कि 2019 में एनडीए ने 41 सीटें जीती थीं. तब बीजेपी और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) एक साथ चुनाव लड़े थे. एनसीपी को 4, कांग्रेस को एक और AIMIM को एक सीट पर जीत मिली थी.