Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए दोनों प्रमुख गठबंधन महायुति और महाविकास अघाड़ी ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं. इन घोषणापत्रों में दोनों गठबंधनों ने अपने-अपने चुनावी वादों के जरिए राज्य की जनता को आकर्षित करने की कोशिश की है. महिला, किसान और युवाओं को इन घोषणाओं के केंद्र में रखा गया है, और इन तीन वर्गों के लिए हर महीने पैसे देने का वादा किया गया है.
महायुति के 10 बड़े वादे
लाडली बहना योजना: इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा किया गया है. यह योजना मध्य प्रदेश चुनाव में बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभा चुकी है.
किसान ऋण माफी: महायुति ने किसानों के लिए ऋण माफी का वादा किया है और कृषक सम्मान योजना की राशि 12,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने का ऐलान किया है.
रोजगार और शिक्षा: महायुति ने 25 लाख रोजगार सृजित करने और 10 लाख छात्रों को प्रशिक्षण देने का वादा किया है. साथ ही, ट्यूशन फीस के रूप में 10,000 रुपये प्रति माह देने का भी ऐलान किया है.
आंगनवाड़ी और आशा सेवकों की सैलरी: इन कर्मचारियों को 15,000 रुपये मासिक वेतन देने की बात की गई है.
समानता और सुरक्षा: महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस बल में 25,000 महिला कर्मचारियों की भर्ती का वादा किया गया है.
मुफ्त राशन और पक्की सड़कें: राज्य के हर गरीब को मुफ्त राशन देने और 45,000 गांवों में पक्की सड़कों का निर्माण करने का वादा किया गया है.
बिजली बिलों में कटौती: बिजली के बिल में 30 फीसदी की कमी करने और सौर और नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही गई है.
वृद्धावस्था पेंशन: पेंशन धारकों को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया गया है.
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विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी के वादे
महालक्ष्मी योजना: महिलाओं को हर महीने 3,000 रुपये और राज्यभर में मुफ्त बस सेवा प्रदान की जाएगी.
कुटुंब रक्षा योजना: परिवारों को 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त दवाइयां दी जाएंगी.
समानता की गारंटी: राज्य में जातिगत जनगणना कराए जाने और आरक्षण की सीमा को हटाए जाने का वादा किया गया है.
कृषि समृद्धि: किसानों को 3 लाख रुपये तक की कर्ज माफी और नियमित कर्ज चुकाने पर 50,000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा.
युवाओं को वचन: बेरोजगार युवाओं को हर महीने 4,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का वादा किया गया है.
किसका वादा किस पर पड़ेगा भारी
अब देखने वाली बात यह होगी कि चुनावी परिणामों में इन वादों में से कौन सा गठबंधन जनता पर ज्यादा प्रभाव डालता है. महाविकास अघाड़ी जहां जातीय जनगणना और सामाजिक समानता के मुद्दे को प्रमुखता दे रही है, वहीं महायुति महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए सीधे वित्तीय मदद की बात कर रही है. चुनावी वादों के इस मुकाबले में किसका वादा किस पर भारी पड़ेगा, यह आगामी चुनाव परिणामों में ही साफ होगा.