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Manipur Violence: मणिपुर में फिर से भड़की हिंसा, उग्र भीड़ ने जलाए सरकारी दफ्तर, 2 की मौत, इंटरनेट बैन

Manipur Violence

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा

Manipur Violence: मणिपुर के चुराचांदपुर में गुरुवार, 15 फरवरी की देर एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी. हिंसा के दौरान उग्र भीड़ ने पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर कार्यालय पर धावा बोल दिया. सुरक्षा बलों ने हिंसक भीड़ काबू करने के लिए फायरिंग की. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की फायरिंग में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई है और करीब 42 लोग घायल हो गए हैं.

सुरक्षा बलों के वाहनों को किया आग के हवाले

गुरुवार, 15 फरवरी की देर हिंसा के ताजा मामलों के बाद  सरकार ने कुकी-बाहुल्य चुराचांदपुर जिले में इंटरनेट सेवा पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हिंसक भीड़ ने मिनी सचिवालय के नाम से जाने जाने वाले कॉम्प्लेक्स के पास खड़े सुरक्षा बलों के कई वाहनों के साथ-साथ जिला कलेक्टर के आवास को भी जला दिया गया.Manipur Violence: मणिपुर में फिर से भड़की हिंसा, उग्र भीड़ ने जलाए सरकारी दफ्तर, 2 की मौत, इंटरनेट बैन

हेड कांस्टेबल के निलंबन पर भड़की भीड़ ने किया हमला

स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी कुकी समुदाय से संबद्ध रखने वाले एक पुलिस हेड कांस्टेबल के निलंबन की खबर सामने आने के बाद हिंसक भीड़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर जुट गई. बताते चलें कि हेड कांस्टेबल का हथियारबंद लोगों और ग्राम स्वयंसेवकों के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधिकारियों ने निलंबित कर दिया था. चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक शिवानंद सुर्वे ने हेड कांस्टेबल को मणिपुर के अनुशासित पुलिस बल के तहत गंभीर अनुशासन​हीनता का हवाला देते हुए निलंबन का आदेश जारी किया था.

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असामाजिक तत्वों की वजह से इंटरनेट बैन

बताते चलें कि चुराचांदपुर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने संबंधी आदेश पर गृह संयुक्त सचिव मायेंगबाम वीटो सिंह ने कहा कि असामाजिक तत्व जनता की भावनाएं भड़काने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं और इसके जरिए वह कानून-व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं. जीवन की हानि, सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव में व्यापक गड़बड़ी के खतरे को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर 5 दिनों के लिए अस्थायी प्रतिबंध लागू किया गया है.

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