Mehbooba Mufti On Hassan Nasrallah: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इजरायली हमले में मारे गए हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को शहीद करार दिया है. जैसे ही यह खबर आई, राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है. महबूबा ने न केवल नसरल्लाह के प्रति सहानुभूति जताई, बल्कि उन्होंने अपने चुनाव प्रचार से भी पीछे हटने का ऐलान किया. यह सब उस समय हो रहा है जब जम्मू-कश्मीर में चुनावी बयार चल रही है, और 1 अक्टूबर को तीसरे और अंतिम चरण का मतदान होना है.
महबूबा ने क्या-क्या कहा?
महबूबा मुफ्ती ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “लेबनान और गाजा के शहीदों, विशेषकर हसन नसरल्लाह के समर्थन में मैं रविवार का चुनावी दौरा रद्द कर रही हूं. इस दुखद समय में हम फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.” महबूबा के इस बयान के बाद जम्मू-कश्मीर के बडगाम में एक रैली का आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं. लोग नसरल्लाह की याद में एकजुट होकर प्रदर्शन कर रहे थे, जिससे स्पष्ट होता है कि उनके समर्थन में स्थानीय समुदाय का क्या रुख है.
Cancelling my campaign tomorrow in solidarity with the martyrs of Lebanon & Gaza especially Hassan Nasarullah. We stand with the people of Palestine & Lebanon in this hour of immense grief & exemplary resistance.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) September 28, 2024
कश्मीर में प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए अंजुमन-ए-शरी के अध्यक्ष शियान आगा सैयद ने कहा कि उनकी मृत्यु पर हम कितना भी शोक मनाएं, वह कभी पर्याप्त नहीं होगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि नसरल्लाह का असली मिशन शांति स्थापित करना था, और उन पर आतंकवाद में संलिप्त होने का आरोप लगाने का प्रयास किया गया ताकि उनके वास्तविक उद्देश्य को छिपाया जा सके.
सैयद ने कहा कि हसन नसरल्लाह ने हमेशा फिलिस्तीन के लोगों की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया. उन्होंने सभी इस्लामिक देशों और मानव जाति से अपील की कि उनकी शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए. उनकी कमी को पूरा करना संभव नहीं है, लेकिन उनके खून से हजारों नसरल्लाह जन्म लेंगे जो इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे और सफलता हासिल करेंगे.
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ईरान ने इजरायल को दी धमकी
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने नसरल्लाह की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि अब दुनिया को नसरल्लाह से डरने की जरूरत नहीं है; वह आतंक का विस्तार नहीं कर पाएगा. ईरान के सरकारी समाचार नेटवर्क प्रेस टीवी ने भी इस घटना की पुष्टि की. रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला इतना जबरदस्त था कि आसपास की छह इमारतें ध्वस्त हो गईं, और नसरल्लाह उस समय अपनी बेटी के साथ वहां मौजूद थे. हालांकि, ईरान ने इस घटना के बाद इजरायल को धमकी दी है.