Iltija Mufti: पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसके बाद सियासत गरमाई हुई है. इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि हिंदुत्व एक बीमारी है और इसका इलाज करना पड़ेगा. इल्तिजा के इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. भाजपा नेता रविंद्र रैना ने इल्तिजा के बयान को अमर्यादित बताते हुए कहा कि पीडीपी नेता को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
भड़की बीजेपी
रविंद्र रैना ने कहा, “इल्तिजा मुफ्ती ने बहुत अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. राजनीति में मतभेद हो सकते हैं लेकिन अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए.”
कांग्रेस ने क्या कहा
वहीं कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि किसी घटना को लेकर धर्म के बदनाम नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को लेकर ऐसा नहीं है, कुछ पागल और जहरीले लोग हैं, कट्टरपंथी लोग हैं और दुर्भाग्य से ऐसे लोग दोनों ही तरफ हैं.
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इल्तिजा ने क्या कहा था
इल्तिजा मुफ्ती ने एक वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें कथित तौर पर मुस्लिम बच्चों को ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने के लिए कहा जा रहा था और उनको पीटा जा रहा था. इस पोस्ट पर कॉमेंट करते हुए इल्तिजा ने लिखा था, “यह सब देखकर राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे, कि उनके नाम का इस्तेमाल करके किस तरह से नाबालिग मुस्लिम बच्चों को चप्पलों से मारा जा रहा है. हिंदुत्व एक बीमारी है जिसने लाखों लोगों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है.”
अपने बयान पर कायम इल्तिजा
इस बयान पर विवाद हुआ तो इल्तिजा अपने स्टैंड पर कायम रहीं. उन्होंने फिर कहा, “हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बहुत अंतर है. हिंदुत्व नफरत का दर्शन है जिसे वीर सावरकर ने 1940 के दशक में भारत में फैलाया था, जिसका उद्देश्य हिंदुओं का आधिपत्य स्थापित करना था और दर्शन यह था कि भारत हिंदुओं का है और हिंदुओं के लिए है.”
पीडीपी नेता ने कहा, “इस्लाम की तरह हिंदू धर्म भी एक ऐसा धर्म है जो धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है. इसलिए, हमें जानबूझकर इसे विकृत नहीं करना चाहिए. ‘जय श्री राम’ का नारा ‘रामराज्य’ के बारे में नहीं है, बल्कि इसे लिंचिंग से जोड़ा जा रहा है. यह बहुत शर्मनाक है कि हिंदू धर्म को विकृत किया जा रहा है. मैंने हिंदुत्व की आलोचना की क्योंकि यह एक बीमारी है.”