Mission Divyastra: अग्नि-5 मिसाइल का सफल परिक्षण हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DRDO के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने X पर लिखा, “मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण, मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है.”
Proud of our DRDO scientists for Mission Divyastra, the first flight test of indigenously developed Agni-5 missile with Multiple Independently Targetable Re-entry Vehicle (MIRV) technology.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 11, 2024
बता दें कि अग्नि-5 एक न्यूक्लियर बैलेस्टिक मिसाइल है. भारत के पास अग्नि सीरीज की 1 से 5 तक मिसाइलें हैं. अग्नि-5 इनमें से सबसे खास है, यह मिसाइल 5 हजार से भी ज्यादा दूर का लक्ष्य भेदने में सक्षम है.
ये भी पढ़ेंः देश में लागू हुआ CAA, मोदी सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन, गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को मिलेगी भारत की नागरिकता
जानिए अग्नि-5 की खासियत
जानकारी के मुताबिक, अग्नि-5 मिसाइल का वजन 50 हजार किलोग्राम है. इसके ऊपर 1500 किलोग्राम वजन का परमाणु हथियार लगा सकते हैं. यह 17.5 मीटर लंबी है और इसका व्यास 6.7 फीट बताया जा रहा है. इस मिसाइल में तीन स्टेज के रॉकेट बूस्टर हैं जो सॉलिड फ्यूल से उड़ते हैं. इसकी गति साउंड की स्पीड से 24 गुना ज्यादा है. यानी एक सेकेंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी तय करती है. अग्नि-5 मिसाइल 29,401 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है. इसमें रिंग लेजर गाइरोस्कोप इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, जीपीएस, NavIC सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम लगा हुआ है. अग्नि-5 मिसाइल टारगेट पर सटीकता से हमला करता है. अगर टारगेट अपनी जगह से हटकर 10 से 80 मीटर तक भी जाता है तो उसका बचना मुश्किल है.
चंद मिनटों में पहुंच जाएगी पाकिस्तान
अग्नि-5 मिसाइल को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचने में सिर्फ डेढ़ मिनट लगेंगे. बताया जा रहा है कि यह चंद मिनटों में पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में पहुंच सकती है. वहीं, नई दिल्ली से चीन की राजधानी बीजिंग पहुंचने में इसे 12.63 मिनट लगेंगे. दिल्ली से बीजिंग की दूरी 3791 किमी है, यह दूरी तय करने में अग्नि-5 मिसाइल को 12.63 मिनट लगेंगे.