Monkeypox Virus Infection: भारत में भी खतरनाक मंकीपॉक्स की एंट्री हो गई है. दुनिया भर में यह वायरस तेजी से फैल रहा है. सरकार ने खुद ही रविवार को
देश में मंकीपॉक्स के पहले ‘संदिग्ध’ मामले की सूचना दी है, साथ ही ये भी कहा गया है कि किसी भी तरह की अनावश्यक चिंता की कोई बात नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हाल ही में एक युवक एमपॉक्स संक्रमण वाले देश से यात्रा करके आया था. उसकी पहचान संदिग्ध मामले के रूप में की गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “मरीज को एक अलग अस्पताल में रखा गया है और वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है.एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए सैंपल की जांच की जा रही है.”
WHO ने किया स्वास्थ्य आपातकाल घोषित
WHO ने 14 अगस्त 2024 को एमपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता बताते हुए स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. वैश्विक प्रकोप की पहली घोषणा 2022 में की गई थी, जब दुनिया भर से मामले सामने आने लगे थे. डब्ल्यूएचओ की वैश्विक चेतावनी के ठीक बाद अगस्त में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनसीडीसी के सुझावों के तहत बंदरगाहों पर बीमार रोगियों की पहचान करने का आदेश दिया था. इसके बाद कई सैंपल लिए गए. लेकिन एक में भी मंकीपॉक्स वायरस की पुष्टि नहीं हुई.
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क्या हैं लक्षण?
एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. वायरस के दो अलग-अलग क्लेड हैं. पहला क्लेड I (सबक्लेड्स Ia और Ib के साथ) और क्लेड II (सबक्लेड्स IIa और IIb के साथ). एमपॉक्स के सामान्य लक्षण त्वचा पर लाल चकत्ते या म्यूकोसल घाव हैं जो 2-4 सप्ताह तक रह सकते हैं. इस वायरस के चपेट में आने के बाद बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कम ऊर्जा और सूजे हुए लिम्फ नोड्स भी हो सकते हैं. कुछ लोगों को एक या कुछ त्वचा के घाव हो सकते हैं और अन्य लोगों को सैकड़ों या उससे अधिक हो सकते हैं.